बाल दिवस के मौके पर जगह जगह किए गए बच्चों के लिए प्रोग्राम:- कैनविज टाइम्स

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बाल दिवस की मौके पर जगह जगह किए गए बच्चों के लिए प्रोग्राम:- कैनविज टाइम्स

 कितना सुरक्षित है बच्चो का भविष्य

लखनऊ। (वहाब उद्दीन सिद्दीकी) 14 नवंबर यानी भारत में मनाया जाने वाला बाल दिवस इस बाल दिवस के मौके पर राजधानी लखनऊ में जगह-जगह बच्चों के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें बच्चों के भविष्य को देखते हुए उनके जीवन में सुधार लाने के उद्देश्य कई जागरूक करने वाले कार्यक्रम भी किए गए थे। बच्चों को मुश्किल घड़ी में कैसे अपना बचाव करना है तथा कैसे दूसरे बच्चों का बचाव करना है इसकी जानकारियां भी उन्हें दी गई। लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या सच में बच्चों का भविष्य सुरक्षित है क्योंकि हमें आमतौर से राजधानी की सड़कों पर मासूम बच्चे चौराहों पर ट्रैफिक रुकने के दौरान गाड़ियां साफ करते नजर आ जाते हैं तथा बड़ी संख्या में मासूम बच्चे सड़कों पर भीख मांगते नजर आ जाते हैं मौके पर इनके साथ कोई भी बड़ा व्यक्ति नहीं नजर आता है लेकिन इन बच्चों के पीछे कोई ना कोई बड़ा व्यक्ति जरूर होता है जो इनसे भी मंगवा रहा होता है।


वैसे तो महिलाएं एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी है कि वह इस तरह के बच्चों को देखें।
ऐसे बच्चों के लिए कई स्वयंसेवी संस्थाएं हैं जो बच्चों के हित के लिए काम करती हैं जिसमें एक संस्था सांची सिंह द्वारा एहसास फ्रेंड्स ऑफ स्ट्रीट चिल्ड्रन जोनल सोसायटी के नाम से भी चलाई जाती है जिसके अंतर्गत सांची सिंह फूड बैंक चलाती हैं। सांची सिंह बताती हैं की फूडबैंक की शुरुआत 26 जनवरी सन 2017 से हुई है सांची सिंह कहती हैं कि फूडबैंक का मुख्य उद्देश्य यह है कि कोई भी भूखा ना रहे और किसी के बच्चे सड़क पर भीख ना मांगे और ना ही कोई काम करें बल्कि सभी बच्चों को पढ़ाई करने का मौका मिले। उत्तर प्रदेश फूड बैंक के माध्यम से हम ऐसी महिलाओं को राशन देते हैं जो कि विधवा है अथवा वह वरिष्ठ नागरिक की श्रेणी में आती हैं। विधवा महिलाएं ऐसी जो कि घरों में जाकर झाड़ू पोछा का काम करती हैं अथवा मजदूरी करके अपने बच्चों का भरण पोषण करते हैं जो अपने घर की मुखिया भी हैं घर का खर्च पूरा करने के लिए मजबूरन अगर यह लोग अपने बच्चों से काम करवाती हैं तो हम उनको ऐसा करने से रोकते हैं और जितना बच्चा पैसा कमा कर लाता है लगभग उतने ही पैसे भर का हम राशन उनको उपलब्ध कराते हैं जिससे कि उनका बच्चा भीख ना मांगे वह काम करने ना जाएं और उसको पढ़ने का पूरा मौका मिले जिसके लिए हम उनके बच्चे का स्कूल में एडमिशन भी कराते हैं। फूड बैंक के माध्यम से हम प्रत्येक परिवार को 2 किलो आटा, 2 किलो चावल, 2 किलो दाल, 1 किलो चीनी, 1 किलो नमक, 1 किलो दलिया हल्दी आदि देते हैं। एक परिवार को दिए जाने वाले राशन की कीमत ₹499 होती है जितना कि उनका बच्चा कमा कर लाता है ताकि कोई बच्चों से काम कराने के लिए राशन की दिक्कत का बहाना ना कर सके। हमने इस स्कीम के तहत 26 परिवारों से शुरुआत की थी जो कि अब जाकर 300 परिवारों की संख्या बन चुकी है। फूड बैंक के द्वारा किए जा रहे इस कार्य में गोमतीनगर में 150 परिवार वह चारबाग में 50 परिवार और बाराबंकी के 100 परिवार शामिल है जिनको प्रतिमा राशन वितरण किया जाता है। सांची सिंह कहती है ज्यादातर सड़कों पर भीख मांगने वाले बच्चे स्लम एरिया के होते हैं इनके साथ काम करना बड़ा मुश्किल होता है हमारी पूरी कोशिश रहती है कि हम बच्चों को सड़कों पर भीख मांगने से रोक सकें और उनको शिक्षा मुहैया करा सके। कुछ बच्चे पुश्तैनी भिखारी होते हैं उन्हें चाहे जितनी सुविधा मुहैया कराई जाए वह भीख मांगना नहीं छोड़ते हैं। कुछ बच्चे मजबूरी में भी भीख मांगते हैं जो विकलांग होते हैं तीसरी कैटेगरी उन बच्चों की भी हो सकती है जिनको दूसरे शहरों से किसी के द्वारा लाकर यहां भी उनसे भीख मंगवाई जाती हो।

रेलवे चाइल्डलाइन द्वारा बस्ती के बच्चों के साथ मनाया गया बाल दिवस

लखनऊ। चारबाग स्टेशन पर उपस्थित एहसास रेलवे चाइल्डलाइन 1098 द्वारा चाइल्डलाइन से दोस्ती सप्ताह के तहत श्रम विहार कॉलोनी की बस्ती में रहने वाले बच्चों के साथ बाल दिवस मनाया गया। बच्चों को खेल के माध्य्म से नैतिक शिक्षा दी गई और किसी भी प्रकार की मुसीबत में चाइल्डलाइन 1098 पर कॉल करने को कहा गया। बच्चों ने एहसास रेलवे चाइल्डलाइन के सदस्यों के साथ बड़े ही हर्सोउल्लास के साथ बाल दिवस मनाया।

बाल दिवस के मौके बाल श्रम, बाल विवाह, बाल भिक्षावृत्ति नुक़सान बताए गए

लखनऊ। एक्शनएड द्वारा संचालित स्टार परियोजना के अंर्तगत बाल दिवस के अवसर पर प्राथमिक विद्यालय व पूर्व माध्यमिक विद्यालय मटियारी नगर क्षेत्र जोन 2 लखनऊ में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को याद किया गया। विद्यालय की मुख्य शिक्षिका द्वारा कार्यक्रम को शुरू किया गया। चाचा नेहरू के विचारो को बच्चों को बताया गया। साथ ही इस विशेष दिवस के अवसर पर बच्चों व शिक्षकों द्वारा बाल श्रम , बाल विवाह, बाल भिक्षावृत्ति को रोकने में अपना पूर्ण सहयोग देने हेतु प्रतिज्ञा (शपत) लिया गया। कार्यक्रम के अगली कड़ी में नया सवेरा से रागिनी सक्सेना द्वारा बच्चों को बाल श्रम व बाल विवाह से होने वाले दुष्प्रभावो के बारे में बताया गया साथ ही बच्चो को ज्ञान वर्धक खेल खिलाये गए इस अवसर पर नई पहल टीम से इन्द्रसेनी गुप्ता, नासिर, समक्ष, व विद्यालय की सभी शिक्षिका व स्टार परियोजना के जिला समन्वयक प्रमोद कुमार पांडेय उपस्थित रहे।

बाल दिवस के मौके पर चाइल्डलाइन लखनऊ ने की बच्चों से दोस्ती

लखनऊ। चाइल्डलाइन लखनऊ ने निशातगंज स्थित आर्य कन्या इन्टर कॉलेज की छात्राओं के साथ दोस्ती कर उनको चाइल्डलाइन टैग लगाया तथा बच्चों को सुरक्षा हेतु जागरूक किया। सभी बच्चों ने चाइल्डलाइन टीम से सुरक्षा बन्धन बंधवाकर बाल दिवस के अवसर पर हमेशा मुसीबत में फंसे बच्चों की मदद करने की शपथ ली।
चाइल्डलाइन के काउंसलर कृष्णा प्रताप शर्मा ने सभी को बाल अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए बताया कि 0 से 18 वर्ष का कोई भी बच्चा कही काम करता हुआ दिखे या परिवार से बिछड़ा हुआ या परेशान दिखे तो चाइल्डलाइन के टोल फ्री नम्बर 1098 पर अवश्य अवगत कराये ताकि उस बच्चे की हर संभव मदद की जा सके। चाइल्डलाइन निदेशक अंशुमालि शर्मा ने कॉलेज के प्रधानाचार्या व शिक्षकों को चाइल्डलाइन फ्रेंडशिप टैग लगाकर चाइल्डलाइन की गतिविधियों एवं दोस्ती सप्ताह के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी एवं सभी बच्चों को चाइल्डलाइन से जुड़ने की अपील की जिससे लखनऊ में बालमित्रवत वातावरण का सृजन किया जा सके। बालिकाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ये दोस्ती यही खत्म नहीं होंनी चाहिए असहाय, बेसहारा और मासूम बच्चों की समस्याओं को सुलझाना हम सबकी जिम्मेदारी है। उक्त अवसर पर सीडब्ल्यूसी सदस्य डा. संगीता शर्मा द्वारा अंजान व्यक्ति से दोस्ती न करने की सलहा दी गयी और बताया गया सोशल मीडिया का उपयोग भलीभांति जाँच कर करें और सोच समझ कर ही अपनी निजी जानकारियां साझा करें और न ही निजी जानकारी सोशल मीडिया पर डाले क्यूंकि इनका गलत उपयोग किया जा सकता है। बाल दिवस के अवसर पर चाइल्डलाइन द्वारा लगभग 200 बच्चों को बेबी डे आउट फिल्म दिखाई गयी जिससे सारे बच्चे आनंदित हुये। इस अवसर पर आर कन्या इन्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य श्रीमती मंजू वर्मा, अध्यापिकाएं अपर्णा तिवारी, अर्चना मिश्रा, मधुमिता, स्नेहलता तिवारी, आशा मिश्रा, भावना मौर्या, रेनू मिश्रा चाइल्डलाइन से कृष्णा प्रताप शर्मा, अनीता त्रिपाठी नेहा, आशीष कनौजिया ,स्वयं सेवक गौरी शर्मा आदि उपस्थित रहे।

केजीएमयू में बाल दिवस के मौके पर हुआ कार्यक्रम

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में बृहस्पतिवार को बाल दिवस धूमधाम से मनाया गया जिसमें जगह-जगह बच्चों को साथ लेकर अनेक कार्यक्रम किए गए जिसमें किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के दंत संकाय के डेंटल पीडियाट्रिक्स एवं प्रीवेंटिव डेंटिस्ट्री विभाग एवं ग्रुप ऑफ़ फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के संयुक्त तत्वाधान में चिल्ड्रन डे सेलिब्रेशन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दंत संकाय के अधिष्ठाता डॉ. अनिल चंद्रा, पूर्व अधिष्ठाता डॉक्टर शादाब मोहम्मद, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर शोभा टंडन, एसोसिएट प्रोफेसर मणिपाल डेंटल कॉलेज कर्नाटका तथा विभाग अध्यक्ष राकेश कुमार चक ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए महात्मा मेमोरियल इंटर कॉलेज ठाकुरगंज के 7 से 15 वर्ष के लगभग 20 से अधिक बच्चों तथा ओपीडी में आए 85 से अधिक बच्चों एवं उनके परिजनों की काउंसलिंग की और उन्हें दांत से संबंधित रोगों के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर विभाग द्वारा कला एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें 20 एवं 10 बच्चों ने प्रतिभाग किया जिसमें कला प्रतियोगिता में महात्मा मेमोरियल इंटर कॉलेज की छात्रा राधा मोदी ने प्रथम पुरस्कार तथा श्रेयष कृष्णा ने द्वितीय पुरस्कार तथा अक्षिता ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया। इसी प्रकार से रंगोली प्रतियोगिता में बी डी एस के छात्र शशांक शेखर, अपराजिता राय और आस्था की टीम ने प्रथम स्थान पर कब्जा किया। द्वितीय स्थान पर नेहा रानी, शुभांग द्विवेदी, ब्यूटी पांडे और रिजवाना रहीं। तथा तृतीय पुरस्कार पायल पंवर, मौलिक सिंह, नीतिज्ञा कुमार और गौरव मिश्रा को दिया गया। इस अवसर पर विभाग अध्यक्ष डॉक्टर राकेश कुमार चक तथा मुख्य अतिथि प्रोफेसर शोभा टंडन ने कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले सभी बच्चों को ग्रुप फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड एवं वॉरेन नेक्स्ट जेन द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराए गए टूथपेस्ट का वितरण किया। इसके साथ ही प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रशस्ति पत्र एवं पठन-पाठन से संबंधित लेखन सामग्री पुरस्कार स्वरूप भेंट की गई। इस अवसर पर विभाग अध्यक्ष राकेश कुमार चक ने बच्चों एवं उनके परिजनों को दातों में होने वाले रोगों के प्रति जानकारी दी और बताया कि नियमित रूप से प्रतिदिन दो बार ब्रश करने के साथ ही टॉफी, फास्ट फूड या अत्यधिक मीठी चीजों का सेवन कम से कम करना चाहिए और अगर किया भी है तो ब्रश अवश्य करें। इसके साथ ही उन्होंने बताया भोजन में नियमित रूप से हरी सब्जी, गाजर, मूली, दाल, खीरा इत्यादि को शामिल करें जिससे दांतों में कीड़े लगने की संभावना कम रहे। उक्त कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ शोभा टंडन एसोसिएट प्रोफेसर डेंटल कॉलेज कर्नाटका ने बताया कि स्कूल अथवा घर से बाहर खेलते समय सावधानी बरतनी चाहिए और अगर फिर भी बच्चों के दांत में चोट लग जाए या दांत आधा या पूरा टूट कर बाहर गिर जाए तो दांत को फेंके नहीं बल्कि उसे रख लें और केजीएमयू के डेंटल पीडियाट्रिक्स एवं प्रीवेंटिव डेंटिस्ट्री विभाग में आए और उपचार कराएं यहां विभाग में ऐसी सुविधा व उपचार उपलब्ध है कि उस टूटे हुए दांत को पुनः उसी जगह पर लगाया जा सकता है। इस अवसर पर मुख्य रूप से केजीएमयू डेंटल पीडियाट्रिक्स एवं डेंटिस्ट्री विभाग के डॉ राजीव कुमार सिंह रिचा खन्ना आलम अंसारी उपस्थित रहे।

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