भगवान हनुमान के अनगिनत भक्त है। हनुमान, जो परमेश्वर की भक्ति (हिंदू धर्म में भगवान की भक्ति) की सबसे लोकप्रिय अवधारणाओं और भारतीय महाकाव्य रामायण में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों में प्रधान हैं। रामायण के अनुसार वे जानकी के अत्यधिक प्रिय हैं। मगर उनके परम भक्तों की भी कोई कमी नहीं हैं। ऐसे ही एक उदाहरण आज हमारे सामने है, जहां उत्तरप्रदेश के मेरठ में रहने वाली एक मुस्लिम महिला देश में चल रही तमाम तरह की गतिविधियों को पीछे छोड़ हनुमान की भक्ति में लगी हुई है।
हिंदू देवताओं के आगे हाथ जोड़ती हैं, भक्ति में लीन रहती हैं और यह महिला नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करती है, क्योंकि वह हिंदू देवता की भक्त है। इस महिला का नाम शाहीन परवेज है। भक्त शाहीन परवेज का मानना है कि जब धर्म की बात आती है, तो मानवता, समुदाय से अधिक होती है।
शाहीन कहती हैं, ‘मैं अपने कॉलेज के दिनों से ही हनुमान चालीसा का पाठ करती आ रही हूं। जिस स्कूल में मैंने पढ़ाई की, उन्होंने हमें हर धर्म (इस्लाम, सिख धर्म, हिंदू धर्म) के बारे में पढ़ाया। अब अच्छा लगता है, जब हम उस दौरान इसे सुना करते थे।’
परवेज की भक्ति, धार्मिक विभाजन करने वाले लोगों के मुंह पर ताला लगाती है। मुस्लिम महिला द्वारा हिंदू धर्म में विश्वास की यह खबर, इसलिए भी जरूरी हो जाती है, क्योंकि ऐसे समय में कुछ नकारात्मक तत्व विश्वास पर समाज में कलह पैदा कर रहे हैं। समय ऐसा है, जब धार्मिक नारों पर लोगों की पिटाई की घटनाएं सामने आ रही हैं। तो ऐसे में इस महिला में एकता के विचार फिर से एक अच्छी सोच को जीवित करती है।
परवेज का कहना है कि वे किसी से नहीं डरती। 42 वर्षीय का कहना है धर्म के मामले में कोई उसकी पसंद तय नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि मैं उस देश में रहती हूं जहां हम एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करते हैं। अगर हम किसी और धर्म के बारे में सीखते हैं तो इसमें गलत क्या है।
इनके घर पर हिंदू देवता की मूर्ति है, जिसकी वह रोज पूजा करती है। वे रोज सिर ढककर चालीसा के पाठ के अलावा आरती भी करती है। बता दें कि इससे पहले तीन तलाक की याचिकाकर्ता इशरत जहां सामूहिक हनुमान चालीसा के पाठ में शामिल हुई थी। इसको लेकर बाद में काफी बवाल भी हुआ था। इशरत जहां को घर छोड़ने की धमकियां मिली, जहां को घर खाली करने का फरमान भी जारी किया गया।