बीटीसी परिणाम में गलती होने से आवेदन में वंचित छात्रों में बढ़ी बेचैनी

शिक्षक भर्ती आवेदन की अंतिम तिथि 2० दिसम्बर से की गयी बढ़ाने की मांग , विभागीय गल्तियों का खामियाजा भुगत रहे छात्र

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प्रयागराज (कैनविज टाइम्स ब्यूरो) – परीक्षा नियामक प्राधिकरण द्बारा 2० दिसम्बर की तिथि घोषित किया गया है। जिसके चलते आवेदन करने वाल्ो अभ्यर्थियोें में होड़ मची है। परीक्षा की तिथि को मात्र दो दिन शेष रह गये है वही दो वर्षीय बीटीसी का परिणाम घोषित हो जाने के बाद अंकपत्र में विभागीय गल्तिया हो जाने के कारण अभ्यर्थियों में संशय बना है कि वह आवेदन करे या कि न करे। अभ्यर्थी अपने-अपने डायट व परीक्षा नियमाक प्राधिकारी कार्यालय का चक्कर लगा रहे है , लेकिन सही जानकारी देने वाला कोई नही है। यहा तक कि स्वयं सचिव परीक्षा नियामक अनिल भूषण चतुर्वेदी भी इस विषय में कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे है।

परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में दिनभर समय व्यतीत करने के बाद अभ्यर्थियों में निराशा ही हाथ लग रही है। परीक्षा नियामक कार्यालय में पिछले तीन दिन से चक्कर काटरहे महोबा जनपद की कविता ने बताया कि उन्होने वर्ष 2०18 में बीटीसी चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा दिया था जिसका परिणाम 1० दिसम्बर को आ गया। परिणाम आने केबाद उनको इस बाद की खुशी की लहर मिली कि उनको 2० दिसम्बर को आवेदन का मौका मिल गया। लेकिन यह खुशी उनकी निराशा में बदल गयी जब उन्होने अपना परिणाम नेट से निकाला। आनलाइन निकले परिणाम में उनको गणित विषय में अंक नही दिये गये।

इस सम्बन्ध में जब उन्होने सम्बन्घित डायट से सम्पर्क किया तो बताया गया कि परीक्षा में शायद अनुपस्थित रही होगी। जब उन्होने बताया कि वह सभी विषय की परीक्षा दिया तो डायट द्बारा बताया गया कि इस सम्बन्ध में परीक्षा नियामक कार्यालय से सम्पर्क करे। क्योकि परीक्षा परिणाम सम्बन्धी समस्त कार्य वही से होते है। अभ्यर्थिनी ने जब प्रयागराज स्थित परीक्षा नियामक कार्यालय से सम्पर्क किया तो बताया गया कि जहां से परीक्षा दिया है वहा से उपस्थिति का प्रमाण लाओ। जिसके कारण कविता द्बारा भागकर सम्बन्धित डायट से अपनी उपस्थिति का समस्त प्रमाण पत्र एकत्र करने में तीन से पांच दिन लग गये। लगभग पांच दिन से प्रयागराज रूक कर परीक्षा नियामक कार्यालय में अपनी उपस्थित का प्रमाण जमा कर दिया उसके बाद भी आवेदन करने के लिए कोई स्पष्ट जवाब न मिल पाने के कारण आवेदन करने की बेचैनी उनको सता रही है।

इसी तरह चतुर्थ सेमेस्टर में परीक्षा परिणाम में सीएम लिख जाने के कारण अनकम्पलीट लिए अंकपत्र आध्ो दर्जन से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा नियामक का चक्कर काट रहे है। वही परीक्षा नियामक कार्यालय में तैनात सम्बन्धित कार्य के पटल बाबू का कहना है कि उक्त प्रकरण सचिव महोदय के संज्ञान में है निर्देश मिलते ही कार्यवाही की जायेगी। लेकिन आवेदन करने के सम्बन्ध में स्पष्ट जवाब नही दिया गया। जिसके कारण परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में सुबह से शाम तक अभ्यर्थियों का तांता लगा है। वही दूसरी ओर उच्च न्यायालय में मंगलवार को हो रही सुनवाई में जिसमें टीईटी मंे संस्कृत एवं उर्दू विषय के गलत उत्तर पर कुछ नंबरो से वंचित छात्रों में भी निराशा की आशा जगी है। वही कुछ अभ्यर्थियों का कहना है कि उच्च न्यायालय के निर्णय आने के बाद आवेदन की तिथि बढ़ने की सम्भावना है।

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