लखनऊ। (वहाब उद्दीन सिद्दीक़ी) ऊपर वाले ने जब इस धरती को बनाया तो इसमें मनुष्य के साथ साथ पशु पक्षियों को भी अपना जीवन आजादी के साथ जीने का अधिकार दिया। किंतु कभी-कभी ऐसा देखने में आता है इंसानों द्वारा पशुओं पर अत्याचार किए जाते हैं जिसमें उनकी जान तक चली जाती है।
ऐसे ही एक मामला महाराष्ट्र के यवतमाल जंगल में बाघिन के साथ पेश आया जहां पर प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि बाघिन की जानबूझ कर हत्या कर दी गई। आपको बताते चलें राजधानी लखनऊ के गोमती रिवरफ्रंट पर पशु प्रेमियों द्वारा महाराष्ट्र में मारी गई एक बाघिन के मामले को लेकर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि महाराष्ट्र में यवतमाल जंगल में एक बाघिन की महाराष्ट्र प्रदेश सरकार के लोगो के द्वारा हत्या की गई थी उसके विरोध में आज हम यहां प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस प्रदर्शन के आयोजक लखनऊ के पशु प्रेमी शिल्पी चौधरी का कहना था कि अवनी ना केवल एक बाघिन थी बल्कि दो शावकों की माँ भी थी जो अभी सिर्फ 10 माह के हैं जिनको अभी शिकार करना भी नहीं आता है। वह अब अनाथ हो गए हैं साथ ही अवनी के कत्ल के बाद से ही उनकी कोई खोज खबर नहीं है।
जंगल में मनुष्य की अनावश्यक घुसपैठ ही मानव एवं पशु के बीच संघर्ष का कारण है तथा बाघिन की हत्या भी एक सोची समझी योजना है जो कि औद्योगिक घरानों के संसाधनों पर जल, जंगल, जमीन पर कब्जा करने की शुरुआत भर है। लखनऊ शहर के साथ साथ रायबरेली, सीतापुर से भी बड़ी संख्या में पशु प्रेमी इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आए थे उन्होंने काला रिबन बांधकर शिकारी शराफत खान के इस घृणित कार्य का विरोध किया साथ ही महाराष्ट्र सरकार के इस क्रूर कदम की निंदा की।
इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से पशु प्रेमी शिल्पी चौधरी, अमन गौतम, यशवंत सिंह, सौरभ, सौम्या, आस्था, अरिजीत सिंह, अलंकृता, आदि मौजूद थे।