सिंगापुर – अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहे टी-10 और टी-20 लीग को लेकर चिंता जताई। अब वह इन लीगों को मान्यता के लिए कड़े नियम बनाएगी और बंदिशें भी लगाएगी। इन लीग के बढ़ने से खेल में भ्रष्टाचार के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। आईपीएल की सफलता के बाद आईसीसी के कई सदस्य देशों ने अपने यहां टी-20 लीग की शुरुआत कर दी। इसमें अब अफगानिस्तान भी शामिल हो गया है।
बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे बीसीसीआई के सीईओ
- टी-20 की बढ़ती लोकप्रियता के बाद आईसीसी को टी-10 पर भी नजर रखनी होगी। टी-20 को पिछले साल मंजूरी दी गई थी। आईसीसी की महाप्रबंधक (क्रिकेट) ज्यौफ एलार्डिस ने कहा, “इन लीगों का बढ़ना जोखिम भरा है।”
- एलार्डिस ने कहा, “हम बैठक में टूर्नामेंटों के नियमों, प्रतिबंधों और लीग के लिए खिलाड़ियों को छोड़ने को लेकर बात करेंगे। इसके आय के स्त्रोत और ऑनरशिप पर भी बात की जाएगी। टी-20 लीग के लिए आईसीसी की मंजूरी अब आसानी से नहीं मिलेगी। कुछ पर बंदिशें भी लगाई जाएंगी।”
- आईसीसी की बैठक 16 से 20 अक्टूबर तक सिंगापुर में होगी। इसमें बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी यौन शोषण के आरोपों के कारण हिस्सा नहीं ले पाएंगे। उन पर मी टू कैम्पेन के तहत ये आरोप लगे हैं।
- जौहरी की जगह बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व बीसीसीआई के सचिव अमिताभ चौधरी करेंगे। वहीं, पहली बार आईसीसी की स्वतंत्र महिला निदेशक के तौर पर पेप्सिको की पूर्व सीईओ इंदिरा नूई बैठक में हिस्सा लेंगी।