इलाहाबाद (कैनविज टाइम्स ब्यूरो) – एसआरएन अस्पताल परिसर में 15० करोड़ रुपये की लागत से 16० बेड के सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल का भवन लगभग तैयार हो गया है। फिनिशिग का काम चल रहा है। तीन आईसीयू भी बनाए जा रहे हैं। नवम्बर तक इस अस्पताल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कराने की तैयारी चल रही है। इस सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक को कुम्भ से पहले शुरू करने का निर्देश केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया है। उसकी तैयारी भी चल रही है। कार्डियो थोरेसिक सर्जरी के लिए कैथलैब को स्थापित करने का काम चल रहा है। इसके साथ हर आपरेशन थिएटर भी माड्यूलर बनाया जा रहा है। उपकरणों की सेटिग में भी काफी समय लग अधिक लग सकता है।
वैसे पांच मंजिला इस सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल के बन जाने से शहर व आसपास के जिलों के लोगों को लखनऊ तक नहीं जाना पड़ेगा। इलाज भी निजी अस्पतालों से काफी सस्ता होगा। इसमें आठ विभाग हैं। कार्डियो थोरेसिक सर्जरी विभाग में ओपेन हार्ट सर्जरी होगी। इसके साथ हृदय का प्रत्यारोपण भी किया जाएगा। यूरो सर्जरी विभाग में गुर्दे के क्रिटिकल आपरेशन किए जाएंगे। इसके साथ गुर्दा प्रत्यारोपण की सुविधा भी होगी। इंडोक्रायनॉजी विभाग में मधुमेह व थायराइड के गंभीर मरीजों का इलाज किया जाएगा। सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक में कैंसर का आपरेशन करने के लिए अंको सर्जरी विभाग भी है। इसके साथ न्यूरोसर्जरी, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी व प्लास्टिक सर्जरी विभाग भी हैं। इन विभागों में भी सुपरस्पेशियलिटी इलाज की सुविधा मिलेगी।
इस विशेष हॉस्पिटल में तीन आईसीयू के साथ छह माड्यूलर आपरेशन थिएटर भी बनाए जा रहे हैं। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिह ने बताया कि सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक में आठ विभाग हैं। हर विभाग में 2० बेड हैं। इस ब्लॉक को नवम्बर या दिसम्बर तक चालू कर दिया जाएगा। भवन का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। कैथलैब, सीटी स्कैन व अन्य उपकरण लगाने काम चल रहा है। नवम्बर तक इस अस्पताल को चालू कर दिया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इस विशेष हॉस्पिटल का निर्माण करा रहा है। इसलिए उद्घाटन की तिथि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तय करेगा।