स्टार रेटिंग | 3 |
स्टार कास्ट | आयुष्मान खुराना, तब्बू, राधिका आप्टे |
डायरेक्टर | श्रीराम राघवन |
प्रोड्यूसर | वायाकॉम 18, मैचबॉक्स पिक्चर्स |
संगीतकार | अमित त्रिवेदी, रफ्तार, गिरीश नाकोड़ |
गीतकार | रफ्तार, गिरीश नाकोड़ |
गायक | अमित त्रिवेदी, आयुष्मान, आकांक्षा |
जॉनर | थ्रिलर मिस्ट्री |
बॉलीवुड में अच्छी थ्रिलर फिल्म मुश्किल से बनती है। श्रीराम राघवन पहले एक हसीना थी, जॉनी गद्दार और बदलापुर जैसी रोमांच पैदा करने वाली फिल्में दे चुके हैं। एक बार फिर वैसी ही रोमांचक फिल्म लेकर आए हैं। इस फिल्म में श्रीराम का हीरो एक अंधा म्यूजीशियन आकाश (आयुष्मान खुराना) है। यह फिल्म फ्रेंच शॉर्ट फिल्म ‘द पियानो ट्यूनर’ से प्रेरित है।
फिल्म को पुणे में शूट किया गया है। फिल्म की गति से सेट मेल नहीं खाता। इसे राघवन के साथ ही अर्जित विसवास, पूजा लोथा श्रुती, और योगेश चांदेकर ने लिखा है। यह फिल्म विविध भारती के छायागीत प्रोग्राम और दूरदर्शन के चित्रहार को श्रद्धांजलि देती है।
इस फास्ट और स्मार्ट फिल्म में अनएक्सपेक्टेड और दिलचस्प टर्न और ट्विस्ट देखने को मिलेंगे। फिल्म का क्लाइमैक्स शानदार है। थ्रिलर फिल्म के फिल्मांकन से जैसी उम्मीद की जाती है फिल्म उसके विपरीत है। राघवन ने फिल्म को मजेदार बनाने की पूरी कोशिश की गई है। इसमें 90 के दशक का जोशीला म्यूजिक और आनंददायक ह्यूमर डाला गया है।