नई दिल्ली: छठ पर्व को लेकर दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी की ओर से खासकर यूपी और बिहार के लोगों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की गई है। उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की एक अहम बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली में छठ पूजा की इजाजत दी जाएगी। यह सरकार द्वारा पहले से तय किए गए स्थानों पर बहुत सख्त प्रोटोकाल के साथ किया जाएगा। कोविड प्रोटोकाल के पालन के साथ सार्वजनिक स्थानों पर बेहद सीमित संख्या में लोगों को अनुमति दी जाएगी।
वहीं, मनीष सिसोदिया ने यह भी जानकारी दी कि आगामी 1 नवंबर से दिल्ली में सभी स्कूलों को खोलने की अनुमति मिलेगी। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि किसी भी माता-पिता को अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा। सभी स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कक्षाओं में अधिकतम 50 फीसद क्षमता के साथ हाइब्रिड मोड में कक्षाएं होंगी
बता दें कि इससे पहले पिछले महीने ही दिल्ली में यमुना घाट समेत किसी भी सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा का आयोजन नहीं किए जाने का ऐलान हुआ था। उस समय उपराज्यपाल की अध्यक्षता वाली दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने छठ पूजा को लेकर निर्देश जारी किए थे। डीडीएमए ने कहा था कि कोविड के मौजूदा हालात को देखते हुए यह फैसला लिया गया है कि छठ पर्व सार्वजनिक रूप से नहीं मनाया जाएगा। प्राधिकरण ने लोगों को सलाह दी थी कि वह अपने घर पर ही सुरक्षित तरीके से छठ पूजा मनाएं, लेकिन अब इस फैसले पर पुनर्विचार के साथ त्योहार को सार्वजनिक रूप से मनाने की छूट दी जा सकती है।
सितंबर महीने में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि राजधानी में सार्वजनिक स्थानों, सार्वजनिक मैदानों, नदी किनारे और मंदिरों आदि में छठ पूजा उत्सव को सार्वजनिक रूप से मनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसे में जनता को सलाह दी जाती है कि वे इसे अपने घरों में मनाएं। दिल्ली में कोविड निवारक उपाय 15 नवंबर तक हैं। बता दें कि पिछले साल भी दिल्ली सरकार ने छठ पूजा मानने पर रोक लगा दी थी।