लखनऊ।बीते बुधवार को प्रमुख सचिव के द्वारा पत्रकारों के लिए जारी किए गए पत्र से धैर्य मीडिया एसोसिएशन संगठन में रोष व्याप्त है।आपको बता दें कि बुधवार को उत्तर प्रदेश के गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों व कमिश्नरों को एक पत्र जारी किया है। पत्र में कहा गया है कि सभी अधिकारी मीडिया में प्रकाशित होने वाले सरकार विरोधी (नकारात्मक) समाचारों पर खास ध्यान रखें। जो समाचार पत्र नकारात्मक समाचार प्रकाशित करके प्रदेश व सरकार की छवि खराब करते हैं उन्हें नोटिस जारी करके तुरंत जवाब तलब किया जाए।
जिसको लेकर धैर्य मीडिया एसोसिएशन संगठन ने पत्रकारों के हित में हुंकार भरी है।पत्रकारों के साथ बैठक आयोजित हुई।बैठक में प्रदेश प्रवक्ता अरविंद मिश्रा ने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ हैं, जो सामाजिक कुरीतियाें को उजागर करने व इसके उत्थान में अहम भूमिका निभाते हैं।आज की स्थिति में पत्रकारों की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। पत्रकारिता के इस बदलते दौर में उन्हें दोतरफा जूझना पड़ता है।प्रदेश प्रवक्ता ने जारी हुए पत्र को लेकर कहा कि सरकार आदेश पर अपनी मंशा स्पष्ट करे,क्या पूर्व में भ्रामक खबर व गलत खबर पर प्रकाशन पर मुकदमा नहीं लिखता था क्या,यदि लिखता था तो इस आदेश का क्या मतलब है, निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए विगत वर्षों में सरकार ने क्या कार्य किए हैं जिससे पत्रकारों को कोई सहायता मिल सके, क्या सरकार की नजर में मान्यता प्राप्त पत्रकार ही पत्रकार है,छोटे मझौले श्रमजीवी पत्रकारों की गिनती पत्रकारों के किस श्रेणी में है,क्षेत्रीय पत्रकारों के उत्पीड़न पर उन्हें सरकार से कैसे न्याय मिले जब वह पत्रकार श्रेणी में नहीं है,पत्रकारों पर फर्जी मुकदमे लगाना बंद करें।जल्द ही धैर्य मीडिया एसोसिएशन संगठन इस संबंध में राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेगा।इस मौके पर संगठन के अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।