हाथरस की घटना को लेकर सपा महिला सभा ने निकाला कैंडिल मार्च
रायबरेली। समाजवादी पार्टी की महिला सभा की कार्यकर्ताओं ने हाथरस की ‘गुडिय़ा’ की हैवानियत के साथ गैंगरेप करके मौत के घाट उतारने के विरोध में सपा कार्यालय सुपर मार्केट से संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा स्थित हाथी पार्क तक कैन्डिल मार्च निकालकर उसकी आत्मा के शान्ति की कामना की। महिलाओं ने दोषियों को फांसी की सजा और योगी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। सपा का आरोप है कि दरिन्दों ने गैंगरेप के बाद गुडिय़ा को बुरी तरह तडफ़ाया, उसकी जुबान काटी, गर्दन मरोडक़र तोड़ दी, यह घटना निर्भया कांड से भी ज्यादा भयानक और आतंकित करने वाली है।
सपा ने यह भी आरोप लगाया कि इस घटना में ऊंची जाति के गुण्डों के शामिल होने के कारण पुलिस ने शासन के दबाव में आठ दिन बाद रेप की धारा बढ़ाई। हाथरस की गुडिय़ा दिल्ली के अस्पताल में जिंदगी की जंग हार गई। कैन्डिल मार्च का नेतृत्व कर रही समाजवादी महिला सभा की पूर्व प्रदेश सचिव श्रीमती जूही सिंह ने कहा कि वर्तमान योगी सरकार के शासन में गुण्डे, माफिया बेलगाम है, बलात्कार एवं हत्याओं की बाढ़ आ गयी है। शासन के अधिकारी गुण्डों के संरक्षणकर्ता बने हैं, टॉप-10 अपराधियों में केवल पिछड़े, दलित लोगों के खिलाफ कार्यवाही हो रही है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। पूरे प्रदेश में अपराधों की बाढ़ आ गई है। यूपी को संभालने में अक्षम हो चुकी इस सरकार को बर्खास्त किया जाए। कैंडिल मार्च में मुख्य रूप से सोनी भारती, चन्द्र्रकली भारती, प्रतिभा सिंह, विक्टोरिया सिंह, सुमन सिंह, सरोज कुमारी, रामलली सिंह, ऊषा, रूची, गुडिय़ा सिंह, सारिका सिंह, किरन सिंह, रेनू सिंह, सुनीता सिंह, सोमवती प्रजापती, प्यारे रावत, गंगादेई प्रजापती, रंजना रावत, बिटान रावत, मंजू बहेलिया, शीलावती साहू, सुमन सिंह, विक्टोरिया सिंह, काज, ऋचा, महक, रानी, रोशनी, उर्वरी, शर्मिला, ज्योती यादव आदि महिलायें उपस्थित रहीं।