03 वर्ष पूर्ण होने पर महापौर ने जनता के समक्ष रखा पिछले एक वर्ष के कार्यों का रिपोर्ट कार्ड

कैनविज टाइम्स
लखनऊ। नगर निगम में महापौर के रूप में तीन वर्षों के कार्यकाल पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के समक्ष महापौर ने अपने विगत एक वर्ष के कार्यकाल का लेखा जोखा प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन, मंत्री महेंद्र सिंह, स्वाति सिंह, महापौर संयुक्ता भाटिया, विधायक नीरज बोरा और सुरेश श्रीवास्तव ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान महापौर संयुक्ता भाटिया ने अपने विगत एक वर्ष का रिपोर्ट कार्ड जनता के समक्ष पेश करते हुए कहा कि विगत एक वर्ष में नगर निगम क्षेत्र में जनसुविधाओं को गुणवत्तापरक तरीके से कोरोना महामारी से उत्पन्न आर्थिक चुनौतियों के उपरांत भी नगर निगम के संसाधनों को बढ़ाते हुए समस्त 110 वार्डों में जनहित के विकास कार्यों में कमी नही आने दिए जाने का सतत प्रयास किया गया। नगर निगम की कार्यकारिणी समिति और सदन के सभी दलों के पार्षदों और नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों के समन्वय से समग्र विकास की दिशा तय की गयी। महापौर ने कोरोना काल मे नगर निगम द्वारा किये गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 लखनऊ वासियों को कोरोना से बचाव हेतु समुचित मात्रा में सैनिटाइजेशन का कार्य कराया गया। इसके लिए 110 छोटी हैंड हैंडलिंग सैनिटाइजेशन मशीन के साथ 35 बड़े टैंकरो से लखनऊ के प्रत्येक कोने को सैनिटाइज किया गया। कोविड-19 महामारी के समय 10 कम्युनिटी किचन प्रारंभ कर लगभग 80 हज़ार लोगों को प्रतिदिन व कुल 35 लाख भोजन पैकेट जनता तक पहुँचाने का देवतुल्य कार्य किया गया। महापौर ने बताया कि लखनऊ नगर निगम ने समस्त रिकॉर्ड तोड़ते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में देश में 12वां स्थान प्राप्त कर उत्तर प्रदेश का सबसे स्वच्छ शहर बना एवं लखनऊ ने।फास्टेस्ट मूविंग स्टेट कैपिटल का अवार्ड भी जीता।
वर्तमान समय में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए लगभग 400 नए वाहनों को क्रय कर वार्डों में लगाया गया हैं। वार्डों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता और निगरानी हेतु समस्त वार्डों में चैंपियन की नियुक्ति की गई हैं। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत सफाई, कूड़े का परिवहन और उसके निस्तारण पर लगातार कार्य किया जा रहा है। जिससे सम्पूर्ण स्वच्छता के लक्ष्य को पूर्ण किया जा सके। स्वच्छता दूतों के लिए बीमा और निरंतर हेल्थ चेकअप पर कार्य किया जा रहा है। ताकि लखनऊ को स्वच्छ रखने वालों को स्वस्थ रखा जा सके। कूड़ाघरो के स्थान पर लगभग 63 कॉम्पैक्टर को लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित किया जा चुका हैं। समय समय पर विशेष अभियान चलाकर गोमती नदी के बाहरी व अंदर के तटों पर एकत्रित कूड़े की सफाई करायी गयी एवं हेरिटेज स्थलों के आस पास नियमित सफाई व्यवस्था की जा रही हैं। लखनऊ नगर निगम ने बॉण्ड जारी कर रिकॉर्ड बनाते हुए बॉण्ड जारी करने वाला उत्तर भारत का प्रथम शहर बनने का गौरव प्राप्त किया है। आर्थिक सुचिता एवं पारदर्शिता को ध्यान में रखकर निगम की विगत 6 वर्षों की बैलेंस शीट तैयार कराई गई है। नगर निगम की वित्तीय रेटिंग डबल ए रही है। डबल एंट्री सिस्टम की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया गया एवं कैशबुक को ऑनलाइन कर ऑनलाइन भुगतान की व्यवस्था लागू कराई गई। इस मौके पर महापौर ने अपनी इक्षा शक्ति दर्शाते हुए कहा कि लेखा विभाग में हम आगे उस ओर बढ़ने के लिए प्रयासरत है जहाँ जनता से यदि टैक्स के रूप एक रुपया भी लिया गया है। तो जनता को यह जानने का पूर्ण अधिकार हो कि उसे खर्च कहाँ किया गया हैं। नगर निगम के समस्त समस्याओं के निस्तारण हेतु लखनऊ वन ऐप को लागू किया गया है। जहां एक ही स्थान पर समस्याओ का शत प्रतिशत समाधान हो। लखनऊ की सड़कों पर आवारा घूमने वाले कुल लगभग 9 हज़ार गोवंशीय पशुओं के साथ 2 ऊँट का भी भरण पोषण हो रहा है। गौवंशो की बेहतर चिकित्सा हेतु वेटनरी डॉक्टर्स की उत्तम व्यवस्था की गयी है। नगर निगम लखनऊ ने उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग के साथ मिलकर एक लाख गाय के गोबर के दियों को गोमती तट स्थित झूलेलाल वाटिका में प्रज्वलित कर देव दीपावली का उत्सव मनाकर एक नई परंपरा का शुभारंभ किया। विगत वर्ष शहर में डेरियों पर अभियान चलाकर कुल 612 डेरियों को शहर से बाहर किया गया एवं बची हुई समस्त डेरियों को हटाये जाने हेतु निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। लगभग 10 हज़ार पशुओ के शवों का निस्तारण भी कराया गया। विगत एक वर्ष में किये गए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि समग्र विकास निधि मद में 42 करोड़, नगर निगम निधि द्वारा 150 करोड़, नगरीय झील तालाब पोखरण योजना के अंतर्गत 17 करोड़, 14वां वित्त आयोग की निधि से 65 करोड़ रुपये के कार्य संपादित कराये गए। कोविड-19 से उत्पन्न विशेष परिस्थितियों में नगर निगम के कर्मठ कर्मियों के वेतन हेतु भी 59 करोड़ रुपये 14वां वित्त आयोग द्वारा प्रदत्त धनराशि से प्रदान किया गया। लखनऊ नगर निगम के मार्गो को जगमगाये रखने के लिए लगभग 31 हज़ार एल०ई०डी० स्ट्रीट लाइट, 150 पोल और 26 हाई मास्ट लगाए गए। आर०आर० विभाग द्वारा छोटे बड़े कुल मिलाकर लगभग एक हज़ार आठ सौ वाहनों को क्रय कर लखनऊ की जनता की सेवा में समर्पित किया गया हैं। स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा लगभग 2 हज़ार करोड़ रुपये की 48 परियोजनाओं में से 17 पूर्ण की जा चुकी है इसके अतिरिक्त 31 अन्य परियोजनायें प्रगतिशील है। जनता को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति हेतु विगत एक वर्ष में विभिन्न स्थलों पर 9 नए नलकूपों का निर्माण कराया गया एवं 33 नलकूपो को रिबोर कराते हुए अन्य 29 नलकूपों को पुनः विकसित कराया गया हैं। 15 नए मिनी नलकूपो का निर्माण कराते हुए विभिन्न स्थलों पर लगभग 12 हज़ार मीटर पानी की पाइपलाइन का विस्तार कराते हुए जनता को स्वच्छ जल उपलब्ध कराने का कार्य अनवरत चल रहा हैं।
भविष्य की योजनाओं पर मेयर ने कहा 
● नगर निगम द्वारा गरीब एवं जरूरतमंद महिलाओ को रोजगार उपलब्ध कराते हुए स्वरोजगार से जोड़ने हेतु सेनेटरी नैपकिन पैड का निर्माण एवं सेवा बस्तियों मे वितरण कराया जाएगा
 ● पटरी दुकानदारो को व्यवस्थित कर नए वेंडिंग जोन बनाये जाएंगे।
● नए व्यावसायिक केंद्रों के निर्माण किया जाएगा।
● मोहन मार्किट इत्यादि दशको से लंबित नगर निगम की संपत्तियों का निस्तारण कराया जाएगा।
● रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा निर्देशित वाल्मीकि समाज के लिए कम्युनिटी हॉल का निर्माण कराया जाएगा।
● समस्त देयताओं को समाप्त करने का प्रयास किया जाएगा।
● नए नलकूप लगाए जाएंगे- पार्को और चौराहो के सौंदरीयकरण कराया जाएगा।
● स्वच्छता सर्वेक्षण में लखनऊ को देश का प्रथम स्थान पर लाने के लिए नगर निगम परिवार का प्रत्येक सदस्य संकल्पबद्ध है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here