महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त नंदुरबार जिले के वीरपुर गांव की 23 वर्षीय महिला सरपंच अलका पवार ने ऐलान किया है कि जब तक उनके गांव से पानी की समस्या खत्म नहीं हो जाती, वह शादी नहीं करेगी। वे धरती के आंचल को निचोड़कर पीने के पानी का जुगाड़ कर रही हैं।
हर दिन 10 किलोमीटर का सफर कर लाना पड़ता है पानी
अलका के मुताबिक, उनके गांव में पानी के पानी के लिए लोगों को हर दिन 10 किलोमीटर का सफर करना पड़ता है। इस दौरान गांव की बहन-बेटियों को एक घने जंगल से भी गुजरना होता है। ऐसे में असुरक्षा का भी डर सताता है। अलका ने बताया, “नंदुरबार का यह इलाका सबसे ज्यादा सूखा प्रभावित इलाका है। गांव में पीने का पानी नहीं है। लेकिन, पूरे गांव को प्यासा मरने के लिए छोड़ा भी तो नहीं छोड़ा जा सकता। लिहाजा किसी को तो पानी लाने का बीड़ा उठाना था, सो मैंने उठा लिया। मैंने जल संधारण के रास्ते गांव में पानी लाने की उम्मीद लोगों को दिखाई है।”
पानी के प्रोजेक्ट के लिए ली ट्रेनिंग
अलका ने पानी को घर-घर पहुंचाने के लिए अभिनेता आमिर खान के पानी फाउंडेशन में ट्रेनिंग ली है। इसके बाद अलका ने गांव में पानी लाने के लिए प्रयास शुरू कर दिया है। गांव में पानी जमा करने के लिए अलग-अलग खेतों में गड्ढे बनाए गए हैं। यह काम 45 दिनों का है। गांव के बड़े, बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे उनके काम में मदद कर रहे हैं। बारिश आने के बाद इनमें पानी भरेगा और फिर इसी पानी को साफ कर गांव के लोगों की प्यास बुझेगी। इससे अगले साल पानी की समस्या से थोड़ी निजात मिलेगी।
लड़के वालों को वापस भेजा
अलका का नाम महाराष्ट्र के उन गिने चुने लोगों में शामिल हुआ है, जो इतनी छोटी उम्र मे सरपंच बन गए हैं। अलका से शादी के लिए लड़के वाले देखने के लिए आए तो उन्हाेंने यह कहकर वापस भेज दिया कि जब-तक गांव में पानी लाने की उसकी जिम्मेदारी पूरी नहीं हो जाती, तब तक वह शादी के बारे में सोच भी नहीं सकतीं।