कोलकाता/हुगली : पहाड़ों पर हो रही भीड़, पर्यटन स्थलों पर लोगों का बेतरतीब तरीके से घूमना कोरोना जैसी महामारी के संक्रमण को सीधे तौर पर दावत दे रहा है। इसका अंदेशा आईएमए को भी हो गया है इसलिए उनकी तरफ से केंद्र और राज्यों से अपील की जा रही है कि भीड़ पर बंदिश लगाए। अब जो समझदार हैं वह नियमों को समझ भी रहे हैं और मानने मनवाने की कोशिश भी कर रहे हैं। ऐतिहासिक रथ पूजा इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। कोरोना की तीसरी लहर का कहर न बरपे इसके लिए सजगता दिखाते हुए तारकेश्वर मंदिर बोर्ड की तरफ से प्रशासन से अपील की गयी है कि वह इस साल सावन महीने में कांवड़ यात्रा न होने दे। पिछले साल भी सावन मेला नहीं लगाया गया था इस बार भी कांवड़ यात्रा पर रोक लगायी गयी है।
सुपर स्प्रेडर बन सकती है कांवड़ यात्रा
तारकेश्वर मंदिर प्रबंधन की ओर से बताया गया है कि जिस तरह कोरोना अब तक कहर ढा चुका है उसमें यह कहना गलत न होगा कि थोड़ी सी लापरवाही थर्ड वेरिएंट का सुपर स्प्रेडर बनाने में पूरा सहयोग करेगी। इसलिए जिला प्रशासन के साथ राज्य सरकार से भी अपील की गयी है कि वह इस बार सावन में व्यवस्था दुरुस्त रखे तथा कांवड़ यात्रा पर रोक लगाए।
कांवड़ यात्रा पर रोक, भक्त कर सकेंगे बाबा का अभिषेक
तारकेश्वर के ओसी समर दे ने बताया कि कोरोना के कारण कांवड़ यात्रा पर रोक लगायी गयी है लेकिन बस या ट्रेन से आने वाले लोग बाबा की अाराधना कर उनका अभिषेक कर सकेंगे। इसके लिए पुलिस का पूरा पहरा रहेगा। कोविड के नियमों को मानना अनिवार्य होगा। अगर कोई संदिग्ध हालात में दिखता है तो तुरंत उसकी कोविड जांच की जाएगी।
सावन में इस तरह के होंगे नियम
* मंदिर के चारों गेट पर पुलिस तैनात होगी
* मंदिर में आने वाले भक्तों का तापमान चेक होगा
* सिंगुर, हरिपाल, तारकेश्वर के प्वाइंट में पुलिस हेल्प डेस्क की व्यवस्था होगी
* निमाईघाट बंद रहेगा, मंदिर के दूधघाट का पानी अभिषेक में उपयोग होगा, अन्यथा वहां जल की व्यवस्था होगी
* पूजा के लिए एक बार में 200 से अधिक लोगों की लाइन नहीं लगेगी
प्रशासन अलर्ट, किसी हाल में न बढ़े कोरोना का संक्रमण
कोविड गया नहीं है, जरा सी चूक भारी पड़ सकती है। इसलिए भीड़ पर रोक जरूरी है। मंदिर प्रबंधन के प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए पुलिस व्यवस्था में जुट गयी है : अमनदीप, एसपी (हुगली ग्रामीण)
तारकेश्वर के महंत जी ने चिट्ठी भेजी है, उसी को देखते हुए कांवड़ यात्रा पर रोक लगायी जाएगी। भक्त निमाईघाट से जल लेकर नहीं जा पाएंगे, न कांवड़ ले जाने की अनुमति होगी : बेचाराम मन्ना, मंत्री
भगवान की भक्ति जरूरी है लेकिन कोरोना ऐसा संक्रमण बन गया है जो फैलने के लिए लोगों की भीड़ तलाश रहा है। कांवड़ यात्रा उसे यह मौका देगा इसलिए हमारी अपील है कि सरकार कांवड़ यात्रा न होने दे : तारकेश्वर मंदिर बोर्ड
अगले दो दिनों में तय होगा मंदिर का समय
सावन में मंदिर का गर्भगृह तो बंद रहेगा ही, बाबा का अभिषेक चोंगा के माध्यम से किया जा रहा है। अब मंदिर कब तक खुला रहेगा यह अगले दो दिनों में तय किया जाएगा क्योंकि 15 जुलाई तक ट्रेन बंद है। आगे क्या होगा उसके हिसाब से ही मंदिर बोर्ड अपनी तैयारी करेगा ताकि भीड़ को दावत न मिले।
सावन माह 2021 में पड़ने वाले सोमवार की तारीखें
पहला सावन सोमवार – 26 जुलाई 2021
दूसरा सावन सोमवार – 2 अगस्त 2021
तीसरा सावन सोमवार – 9 अगस्त 2021
चौथा सावन सोमवार – 16 अगस्त 2021