लखनऊ (वहाब उद्दीन सिद्दीक़ी)। राजधानी लखनऊ के थाना तालकटोरा क्षेत्र स्थित राजाजीपुरम के आई एम आई एस चौराहे पर कार सवार पर दिनदहाड़े हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है साथ ही उनके पास से घटना में इस्तेमाल हुई बाइक और पिस्टल भी बरामद कर ली है वहीं इस घटना के खुलासे के लिए स्थानीय पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच व एसटीएफ की टीम को भी लगाया गया था जिसके बाद इस घटना का खुलासा हो सका ।
वहीं पुलिस इस मामले में आरोपियों से कई बिंदुओं पर भी पूछताछ कर रही है कि आखिर इस घटना को अंजाम देने के पीछे का कारण क्या है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल व 1 अवैध देशी पिस्टल व 2 जिन्दा कारतूस बरामद किया है। पुलिस के अनुसार पूरा षड़यन्त्र पंकज सिंह द्वारा पूर्व रंजिश को लेकर रचा गया था। फरवरी 2020 में पंकज सिंह का रंजीत यादव के साथी सुधीर से मारपीटहुई थी जिसमें पंकज सिंह के सर में चोट आयी थी । पंकज सिंह द्वारा थाना स्थानीय पर कोई अभियोग पंजीकृत नही कराया गया था ।
पंकज सिंह द्वारा बदला लेने की भावना से रंजीत यादव को मारने के लिए शूटर की तलाश में था कि कचहरी में इनकी मुलाकात अभिषेक सिंह उर्फ प्रदीप, अमन सिंह थापा उर्फ भीम सिंह, से हुई। बातचीत में दोनों शूटरों को खर्चा पानी देते रहने की शर्त पर रंजीत यादव की हत्या के लिए तैयार होने पर पंकज सिंह द्वारा उनको दो बार में बीस हजार रूपये नकद दिया गया और दिनांक 10.12.2020 को पंकज सिंह द्वारा दोनों शूटरो को रंजीत यादव का घर , गाडी तथा रंजीत यादव को दिखाकर पहचान करा दिया । दिनांक 15.12.2020 को दोनो अभिषेक सिंह उर्फ प्रदीप तथा अमन सिंह थापा उर्फ भीम सिंह मोटर साइकिल पल्सर 220 सी.सी. यूपी 32 ईबी 2985 से रंजीत यादव के घर के आस पास जाकर उसका पीछा करते रहे सही मौका न मिलने के कारण उस पर फायर नहीं कर सके । जब रंजीत की गाडी एमआईएस क्रास करके फल की जूस की दुकान के आगे पहुंची तो उसने गाडी रोककर मोटर साइकिल सवार युवको को टोका कि क्यों पीछा कर रहे हो इस पर अभिषेक सिंह ने अपने नाजायज देशी पिस्टल .32 बोर से तीन राउण्ड फायर किया ।
मोटर साइकिल मोड़कर आलमबाग होते हुए जनपद हरदोई भागकर अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिये । जब जानकारी हुई कि रंजीत यादव द्वारा थाना तालकटोरा पर मुकदमा लिखाया है तो कल दिनांक 03.01.2021 की रात्रि में पंकज सिंह सहित तीनों पुनः घटना को अंजाम देने के लिए गढी कन्नौरा होते हुए राजाजीपुरम क्षेत्र में आ रहे थे कि मुखबिर की सूचना पर टूटी दीवार डी ब्लाक राजाजीपुरम के पास मौके पर ही पकड़ लिया गया। इस मामले में बदमाशों ने घटना के समय पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए इन बदमाशों ने मोटरसाइकिल पर स्कूटी का नंबर डाल रखा था। पकड़े गए बदमाशों की पहचान अभिषेक सिंह उर्फ़ प्रदीप, पंकज सिंह, अमन सिंह थापा के रूप में हुई है, पुलिस ने बताया की इन बदमाशों में अभिषेक इससे पहले भी कई मामलों में जेल जा चुका है और यह मुख्य आरोपी शूटर है फिलहाल इस मामले पर जांच की जा रही है।
वही डीसीपी पश्चिम देवेश कुमार पांडे ने बताया कि 15 दिसंबर को यह बदमाश हत्या करने के इरादे से आए हुए थे और एक हफ्ता लगातार रंजीत यादव की इन बदमाशों द्वारा रेकी की गई थी जिसके बाद ही इस घटना को अंजाम दिया गया था उन्होंने बताया बदमाशों ने पूछताछ में बताया की घटना के समय जब फायरिंग की गई थी उसी दौरान एक बच्चा सामने आ गया उनको बचाने के कारण यह लोग मौके से भाग निकले थे, भागने के बाद सभी बदमाश अलग-अलग जनपदों में छिपकर रह रहे थे, मुखबिर की सूचना मिली और उस पर बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में अभिषेक सिंह आलमबाग से हत्या के मामले में जेल जा चुका है। वहीं पंकज सिंह पर 307 का मुकदमा इससे पहले से दर्ज है वही अमन सिंह थापा उर्फ भीम सिंह इस घटना में शामिल रहा है मुख्य रूप से यह लोग प्रॉपर्टी का काम करते हैं फिलहाल इन लोगों से अभी पूरे मामले की जांच की जा रही है जिससे कुछ अहम सुराग भी हाथ लगेंगे।