संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा, लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित

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नई दिल्ली : कोरोना संकट के बीच संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया। संसद पहुंच कर पीएम मोदी ने कहा कि धारदार सवाल पूछें, लेकिन सरकार को जवाब देने का मौका भी दें। संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही कोरोना की दूसरी लहर, महंगाई और चीन से जुड़े मामले और पत्रकारों-नेताओं की जासूसी को लेकर हंगामा शुरू हो गया। लोकसभा की कार्यवाही दोबारा दोपहर 3:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उच्च सदन में भी अपने मंत्रिपरिषद का परिचय नहीं दे पाए। इससे पहले, पीएम अपने मंत्रिपरिषद का परिचय दे रहे थे, तब जमकर हंगामा हुआ, जिस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आपत्ति जताई। मानसून का पहले दिन की शुरुआत हंगामे के साथ हुई। दो बजे फिर से शुरू हुई राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं, हंगामे और नारेबाजी के बाद लोकसभा की कार्यवाही 3:30 बजे तक के लिए स्थगित है।

हंगामा: राज्यसभा में भी नए मंत्रियों का परिचय नहीं करा पाए पीएम
राज्यसभा में दोबारा कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। राज्यसभा में विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी मंत्रिपरिषद के नए सदस्यों का परिचय उच्च सदन में नहीं करवा पाए, उन्होंने मंत्रियों की सूची सदन के पटल पर रखी।

राजनाथ सिंह ने दु:खद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने 24 वर्षों के संसदीय जीवन में संसद में पहले कभी ऐसा नहीं देखा कि प्रधानमंत्री के मंत्रिमंडल विस्तार की जानकारी देने के दौरान हंगामा हुआ हो। उन्होंने कांग्रेस सदस्यों की नारेबाजी को दु:खद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

हंगामे के बीच लोकसभा में पीएम का संबोधन
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन शुरू हो गया है। भारी हंगामे के बीच पीएम मोदी ने कहा,खुशी की बात है कि कई दलित भाई मंत्री बने हैं। हमारे कई मंत्री ग्रामीण परिवेश से है, लेकिन कुछ लोगों को ये रास नहीं आ रहा है।

संसद: दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू
संसद के दोनों सदन की कार्यवाही शुरू हो गई है। आज संसद के मॉनसून सत्र का पहला दिन है। लोकसभा में नए सांसदों को शपथ दिलाई जा रही है।

इन मुद्दों पर वार-पलटवार तय
विपक्ष ने सरकार पर कोरोना की दूसरी लहर के दौरान फैली अव्यवस्था, टीकों की कमी, लद्दाख से जुड़े एलएसी पर जारी तनाव, पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों और राज्यों की नई जनसंख्या नीति जैसे मुद्दों पर हमला करने की रणनीति बनाई है। संसद में सरकार पर एकजुट हमला बोलने के लिए कांग्रेस विपक्षी दलों के साथ लगातार संपर्क में है। जबकि सरकार ने इन मुद्दों पर पलटवार की तैयारी की है। कोरोना मामले में सरकार ने पीएम केयर्स फंड का राज्यों द्वारा उपयोग न करने, टीका के संदर्भ में लगातार भ्रम फैलाने और राज्यों द्वारा पेट्रोल-डीजल पर भारी राजस्व वसूलने जैसे मामले को उठा कर पलटवार की तैयारी की है।

पेट्रोल-डीजल की कीमतें छू रहीं आसमान, विरोध में साइकिल से संसद जाएंगे टीएमसी सांसद
देश में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी जारी है। इसके विरोध में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद आज साइकिल से संसद जाएंगे।

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