भोपाल – आयकर विभाग की टीम ने गुरुवार को इटारसी के रेलवे कांट्रेक्टर और शराब कारोबारी कक्कड़ एंड गोयल के चार शहरों के 15 ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की। इनमें भोपाल, इटारसी, मुंबई और हैदराबाद के ठिकाने शामिल हैं। छापे के कुछ ही घंटों में विभाग को एक करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी, 2.5 करोड़ से ज्यादा की ज्वेलरी और 5 करोड़ रुपए से ज्यादा की प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले। इस ग्रुप के मुख्य कर्ताधर्ता मुकेश कक्कड़ और कांग्रेस नेता सुरेश गोयल बताए जा रहे हैं।
इटारसी में रेलवे का सबसे बड़ा कांट्रेक्टर है कक्कड़ और गाेयल ग्रुप –
- कक्कड़ के मुंबई के दादर स्थित आवास पर जब टीम पहुंची तो वह नहीं मिला। परिजनों का कहना है कि वह लंदन गए हैं। कक्कड़ और गोयल के कारोबारी सहयोगी रवि तिवारी और चन्नी रंधावा के यहां भी यह कार्रवाई जारी है। यह ग्रुप इटारसी में रेलवे का सबसे बड़ा कांट्रेक्टर है। इसके साथ ही यह मनी लॉन्ड्रिंग और रियल एस्टेट कारोबार में भी सक्रिय है।
- इससे पहले आयकर विभाग के नए प्रिंसिपल डॉयरेक्टर (इंवेस्टिगेशन) पतंजलि झा की अगुवाई में 100 सदस्यीय टीम ने यह छापे की कार्रवाई शुरू की। छापे का केंद्र इटारसी था। यहां इसके 10 ठिकाने थे। इसके तीन ठिकाने मुंबई में बताए जा रहे हैं जिसमें दादर स्थित घर भी शामिल है जहां मुकेश कक्कड़ रहता है।
- कोचिंग फैकल्टी बनकर पहुंची आयकर की टीम : कार्रवाई को लेकर अफवाह न फैले, इसलिए इटारसी गई टीम ने स्वयं को कोचिंग फैकल्टी बताया। वह रात्रि को ही इटारसी पहुंचकर होटल्स में चेक इन हुई। टीम के सदस्यों ने बताया कि वे एक कोचिंग संस्था से जुड़े हैं। उसके सेमिनार के लिए यहां आए हैं।
- कारोबारी एथेनाल के कारोबार से जुड़े हैं। इसके साथ ही वे रेलवे केटरिंग, साहूकारी और रियल एस्टेट का कारोबार करते है। विभाग को बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की सामने आने का अनुमान है। बताया जा रहा है कि गोयल दो साल पहले 400 करोड़ रुपए की शराब फैक्ट्री लगाने जा रहे थे।
- लेकिन नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने इसकी इजाजत नहीं दी। इस पूरी कार्रवाई को मप्र में होने वाले चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। आयकर विभाग की एक विशेष टीम चुनाव के दौरान नकदी की धरपकड़ में लगाई गई है।