पूर्वाभ्यास के दौरान लगाया गया डमी टीका

0
181

पूर्वाभ्यास के दौरान लगाया गया डमी टीका

पहले चरण में 15,625 स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगी कोविड की वैक्सीन

ब्यूरो रिपोर्ट- नवनीत दीक्षित

सीतापुर, 11 जनवरी। आगामी 16 जनवरी से कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान शुरू होने की बात कही जा रही है। इस बाबत स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में सोमवार को विभाग द्वारा दूसरी बार टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया गया, जिसमें चिन्हित लाभार्थियों को शामिल किया गया। इन सभी को वास्तविक नहीं बल्कि डमी टीका लगाया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने टीकाकरण की तैयारियों की समीक्षा करते हुए वास्तविक टीकाकरण शुरू करने से पूर्व की खामियों को दूर किया। वैक्सीन आने के बाद पहले चरण में जिले के 15,625 स्वास्थ्य कर्मियों को इसका टीका लगाया जाएगा।
पहले चरण की सफलता के बाद इस बार ड्राई रन के लिए स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या में इजाफा किया गया है। इस बार 24 सरकारी और तीन निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों समेत कुल 27 स्वास्थ्य केंद्रों पर पूर्वाभ्यास किया गया। इस दौरान 64 सत्रों का आयोजन किया गया। प्रत्येक सत्र में 15 -15 लाभार्थी शामिल हुए। कुल मिलाकर 960 लाभार्थियों को कोविड से बचाव की वैक्सीन लगाने का मॉक ड्रिल किया गया। इस पूरी प्रक्रिया का जिला स्तर पर गठित एसीएमओ और डिप्टी सीएमओ की टीमों ने भौतिक सत्यापन भी किया। रविवार की शाम को सीएमओ द्वारा सभी सीएचसी अधीक्षकों को 15 मरीजों की सूची उपलब्ध करा दी गई थी । सोमवार सुबह 9.15 बजे से पूर्वाभ्यास की शुरुआत हुई, 9.30 बजे स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीन पहुंची, उसके बाद 10 बजे से मरीज केंद्रों पर आना शुरू हो गये । दोपहर 12 बजे तक पूर्वाभ्यास का काम पूरा कर लिया गया। पूर्वाभ्यास के लिए गठित की गई टीकाकरण टीम में एक सुरक्षा कर्मी, एक वेरीफायर, एक एएनएम, एक वैक्सीनेटर, एक अतिरिक्त टीकाकर्मी, एक मोबिलाइजर और एक कार्यकर्ता सहयोगी के तौर पर शामिल हुए।

इन केंद्रों पर हुआ पूर्वाभ्यास

जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल सहित सीतापुर शहर की सभी 3 शहरी पीएचसी, सभी 19 सीएचसी के अलावा निजी क्षेत्र के सीतापुर आंख अस्पताल, खैराबाद के बीसीएम हॉस्पिटल और अटरिया के हिन्द अस्पताल पर ड्राई रन का आयोजन किया गया।

इस तरह से हुआ पूर्वाभ्यास

एसीएमओ डॉ. पीके सिंह ने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया में किसी को भी वैक्सीन नहीं लगायी गयी बल्कि केवल वैक्सीन लगाने का पूर्वाभ्यास हुआ है। इस दौरान वैक्सीन का प्रभाव भी देखा गया। वैक्सीन के गंभीर प्रतिकूल प्रभाव और हल्के प्रतिकूल प्रभाव होने पर लाभार्थियों को किस तरह से इलाज मुहैया कराया जायेगा इसका रिहर्सल किया गया। साथ ही निरीक्षण कक्ष में लाभार्थी को रखने के बाद वैक्सीन का प्रतिकूल प्रभाव देखने और उसका इलाज करने का ड्राई रन किया गया। प्रत्येक सत्र में सबसे पहले लाभार्थी का वेरिफिकेशन हुए जिसमें उसके पहचान पत्रों की जाँच स्वास्थ्यकर्मी द्वारा की गई। इसके बाद वेटिंग रूम, में लाभार्थी को वेरिफिकेशन करने के उपरांत बैठाया गया तथा कोविन पोर्टल पर डाटा अपलोड किया गया। तत्पश्चात वैक्सीनेशन रूम में लाभार्थियों को टीका लगाया गया। टीका लगाने के बाद ऑब्जरवेशन रूम में लाभार्थियों को करीब आधे घंटे तक बैठाया गया। जहां पर 30 मिनट के भीतर टीका लगने वाले व्यक्ति पर टीके के प्रतिकूल प्रभाव पर विशेष नजर रखी गयी। इसके लिए एक स्पेशलिस्ट टीम तैनात थी जिसमें डाक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ शामिल रहे, जो एडवर्स इफेक्ट फालोइंग इम्युनाइजेशन किट के साथ देखरेख करते रहे। वैक्सीनेशन के 30 मिनट बाद ही लाभार्थी घर भेजा गया।

डीएम और एसपी ने किया निरीक्षण

जिला चिकित्सालय में हुए कोविड वैक्सीनेशन के ड्राई रन का डीएम विशाल भारद्वाज द्वारा निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने मौजूद एसीएमओ डॉ. पीके सिंह सहित तैनात किए गए अन्य अधिकारीगणों कर्मचारियों को सभी व्यवस्थाएं बेहतर, दुरुस्त रखने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिए।

6 जोन और 15 सेक्टर में बंटा जिला

कोविड वैक्सीनेशन के पूर्वाभ्यास को लेकर डीएम विशाल भारद्वाज ने पूरे जिले को 6 जोन और 15 सेक्टर में विभक्त किया था। प्रत्येक जोन पर जोनल और सेक्टर पर सेक्टर मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की गई थी। यह सभी अधिकारी पूर्वाभ्यास का बारीकी से निरीक्षण कर खामियों को दूर करने के निर्देश देते रहे। जिला चिकित्सालय में हुए कोविड वैक्सीनेशन के ड्राई रन का डीएम विशाल भारद्वाज द्वारा निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने मौजूद एसीएमओ डॉ. पीके सिंह सहित तैनात किए गए अन्य अधिकारीगणों कर्मचारियों को सभी व्यवस्थाएं बेहतर, दुरुस्त रखने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here