वैक्सीन के पहले डोज ही 90% से अधिक कारगर

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डिजिटल डेस्क :  वैक्सीन लेने के बाद कोरोना वायरस से मौत का खतरा काफी कम हो जा रहा है। ऐसे ही खुलासे कई अध्ययन में हो रहे हैं। दरअसल देश में तेजी से चल रहे कोरोना वैक्सीनेशन के बीच कई अध्ययन सामने आ रहे हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के भी अध्ययन में सामने आया है कि वैक्सीन का एक डोज ही मौत के खतरे को 82% तक कम कर देता है। इसके अलावा यदि दोनों डोज लगे हैं तो मौत का खतरा 95% से 98% तक कम हो जाता है। डॉ. सिराज अहमद, गैस्ट्रो व लैप्रोस्कोपिक सर्जन, असिस्टेंट प्रोफेसर, आईपीजीएमईआर व एसएसकेएम हॉस्पिटल ने कहा ‌कि वैक्सीन लेने से काफी फायदे हो रहे हैं। सबसे बड़ी बात कि लोग कोविड से कम प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में वैक्सीन के लिए लोगों को हिचकिचाहट दूर कर आगे आने की जरूरत है।

प्रमुख फायदे वैक्सीन के बाद आए नजर
-वैक्सीन लेने के बाद एंटीबॉडी बन रही है, इससे संक्रमित होने का खतरा कम हो जाता है।
-इम्युन सिस्टम को वायरस से लड़ने में मदद मिलती है।
-यदि वैक्सीन का पहला डोज लेने के बाद कोई संक्रमित होता है तो गंभीर होने की संभावना कम रहती है।
-अध्ययन में नजर आ रहा है कि वैक्सीन लेने वालों में कोविड का खतरा वैक्सीन न लेने वालों के मुकाबले हल्के से मध्यम है।
-कोवैक्सीन, कोविशिल्ड व स्पुतनिक तीनों ही एक समान प्रभावी हैं, साथ ही सु‌रक्षित हैं।

कोविड टीके 92% से अधिक प्रभावी
डॉ.रजत बसु, फीजिशियन साइंटिस्ट ने कहा कि हेल्थ प्रोफेशनल के कई अध्ययन वैक्सीनेशन को लेकर हो रहे हैं। देखा जा रहा है कि डबल डोज लेने वाले 92%-93% लोग कोविड के संक्रमण से बच रहे हैं। जरूरत है ‌कि जो भी वैक्सीन मिले लोग ले लें।
-70% हेल्थ प्रोफेशनल को हॉस्पिटलाइजेशन की जरूरत नहीं पड़ी
-यदि कोई अस्पताल में भर्ती भी हुए तो 40%-50% को गंभीर खतरे का सामना नहीं करना पड़ा

वैक्सीनेशन बंगाल में
कुल टीके लगे-2,38,73,384
पहला डोज-1,75,53,143
दूसरा डोज-63,20,241

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