डिजिटल डेस्क : दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन को लेकर अभियान तेज है. कई देशों में लगभग 70 फीसद आबादी को वैक्सीन लग गयी है तो कहीं यह अभियान अब भी जारी है. दुनिया भर में कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगायी है. वैज्ञानिकों ने इन लोगों को सबसे खतरनाक और कोरोना की फैक्ट्री माना है. ऐसे लोगों के शरीर में कोरोना वायरस म्यूटेट करता है, और नये वैरिएंट के रुप में सामने आता है.
ऐसे लोग ना सिर्फ अपनी सेहत को लेकर जोखिम ले रहे हैं बल्कि यह कोरोना संक्रमण के प्रसार के लिए एक फैक्ट्री की तरह काम कर रहे हैं. हर दिन कोरोना संक्रमण के नये वेरिएंट का खतरा बढ़ रहा है जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं ली है उनकी वजह से यह खतरा और बड़ा हो रहा है.
सीएनएन न्यूज चैनल से बातचीत में वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में संक्रामक रोगों के विभाग में प्रोफेसर डॉ विलियम शेफ़नर ने बताया कि वैसे ही कोरोना के नये वेरिएंट का खतरा बढ़ रहा है. वैक्सीन ना लिये लोगों की संख्या जितनी होगी उतना ही खतरा कोरोना संक्रमण के फैलने का होगा.
100 देशों में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आये हैं. यूएन हेल्थ एजेंसी ने शुक्रवार को चेतावनी दी है कि इस वक्त कोरोना संक्रमण का लेकर पूरी दुनिया को सतर्क रहने की जरूरत है. संक्रमण का यह सबसे खतरनाक वक्त है. डेल्टा वेरिएंट लगातार बढ़ रहा है.
कोरोना के पहले से ही चार वैरिएंट हैं, और जब तक नये-नये वैरिएंट आते रहेंगे, इसका खात्मा नहीं हो सकेगा. इसलिए सभी का वैक्सीन लगवाना जरुरी है, ताकि वायरस के बॉडी में प्रवेश करते ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता उसे नष्ट कर दे.
ब्रिटेन में डेल्टा वेरिएंट का खतरा बढ़ रहा है, स्थितियां सामान्य होने के बाद फिर से खतरनाक हो रही है. ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन (BMA) ने भी चेतावनी जारी की है जिसमें कहा है कि कोरोना एक बार फिर चिंताजनक दर’ के साथ आगे बढ़ रहा है अगर लॉकडाउन हटा दिये गये, तो स्थिति बेहद बिगड़ सकती है.
लगभग 100 देश पहले ही डेल्टा वेरिएंट की चपेट में आ चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने शुक्रवार को ही आगाह किया है कि दुनिया इस महामारी के ‘बहुत खतरनाक दौर’ में है।