एटा : एक ही परिवार के पांच लोगों हत्या में शक की सुई अपनों पर घूम रहीं

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कप्तान ने घटना का रहस्य जानने के लिए पुलिस की कई टीमों के साथ गहन जांच कराई शुरु

एटा । जिला मुख्यालय के कोतवाली नगर क्षेत्र के मोहल्ला श्रंगारनगर में शनिवार सुबह मिले एक ही परिवार के एक बुजुर्ग, दो महिलाओं व दो बच्चों के शवों के मामले में अब तक हुई प्राथमिक जांच इस कांड के कर्ता के रूप में बार-बार किसी मृतक पर ही संदेह की सुई ले जा रही है। हालांकि एसएसपी ने मामले के खुलासे के लिए डाॅग स्क्वाइड व फील्ड यूनिट आदि का सहयोग लेते हुए कई टीमें लगाने तथा अभी किसी निष्कर्ष के न निकाले जाने की बात कही है। किन्तु मकान की स्थिति, उसमें किसी बाहरी प्रवेश की गुंजाइश प्रतीत न होना आदि संदेह को घर के अंदर ही ले जा रहे हैं।

एसएसपी सुनीलकुमार सिंह ने मौके का अवलोकन कर बताया है कि एक अधिवक्ता की मकान के बाहर चारपाई पर महिला के पड़े होने तथा उसके मुंह से झाग निकलने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे कोतवाली प्रभारी को मकान में अंदर प्रवेश करने के लिए मकान के मुख्य द्वार को गैस कटर से कटवाना पड़ा है। मकान का जीने का मार्ग भी नीचे से बंद मिला है।

एसएसपी के अनुसार मकान में एक महिला (दिव्या) का शव प्रवेश करते ही चारपाई पर मिला है। इसकी हाथ की नसें कटी दिखती हैं। इस महिला की बहिन (बुलबुल) का शव कमरे में बैड पर मिला है। इसके गले पर काटे जाने या खींचे जाने के निशान हैं। बच्चों (आरूष व एक अवोध) के अलग-अलग बैड पर मिले हैं। दोनों के मुंह से झाग निकले हैं। तथा वृद्ध (राजेश्वर) का शव अलग बैड पर मिला है। इनके सर पर चोट के निशान प्रतीत हो रहा है। महिला के बैडरूम से सल्फास की एक खाली डिब्बी, एक हार्पिक की खाली बोतल व एक ब्लेड मिला है। जबकि किचन व बैडरूम के सभी सामान यथावत रखे मिले हैं। मृतक राजेश्वर पचैरी के छोटे भाई तथा कलक्ट्रेट बार के पूर्व अध्यक्ष रहे रामेश्वर पचौरी आदि को साथ लेकर मकान की ली गयी तलाशी में किसी की भी संदिग्ध आमद के संकेत नहीं मिले हैं। वहीं पूछताछ में किसी रंजिश की जानकारी भी नहीं मिली है। ऐसे में संदेह की सुई बार-बार घर के अंदर ही मुड़ती प्रतीत हो रही है।

एसएसपी सुनील कुमार सिंह ने मकान के किचन में एक बरतन में मिले दूध का नमूना इस आशंका से लिया है कि इसमें किसी के द्वारा विषाक्त मिलाया हो सकता है। वहीं वे आसपास लगे सीसी टीवी कैमरों की भी जांच करा रहे हैं। किन्तु एसएसपी सहित सभी जांच अधिकारी कोई निष्कर्ष निकालने की जगह परिजनों को विश्वास में लेकर अन्य जानकारियां भी जुटाने की बात कर रहे हैं। यह तथ्य पुनः मामले को घर के भीतर का ही होने का संकेत कर रहा है।

समाचार लिखे जाने तक राजेश्वर का पुत्र तथा दिव्या का पति दिवाकर जो रूड़की की एक दवा कंपनी में कैमिस्ट है, एटा नहीं पहुंचा है। इसके चलते शवों के अन्त्यपरीक्षण में भी देरी हो रही है। इस बीच इस हत्याकांण्ड की खबर सुन सांसद राजवीरसिंह राजू भी परिजनों को सांत्वना देने एटा पहुंचे हैं। जबकि एटा के विधायक विपिन वर्मा डेविड सुबह से ही परिजनों के कांधे से कांधा मिलाए खड़े रहे हैं। एक साथ पांच शव मिलने से जहां शहर भर में स्तब्ध होने का भाव है वहीं सभी को पुलिस जांच के परिणामों की प्रतीक्षा है।

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