● विद्यार्थियों से ज़्यादा उनके अभिभावकों की काउंसिलिंग करने की आवश्यकता – वीके श्रीवास्तव
● केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्यो का तीन दिवसीय सम्मेलन शुरू, कल होगा समापन
● नई शिक्षा नीति 2020 अकादमिक एवं प्रशानिक मामलों पर होगा विचार विमर्श
लखनऊ। केंद्रीय विद्यालय संगठन लखनऊ संभाग के केवी आरडीएसओ लखनऊ शाखा के द्वारा प्राचार्यो के तीन दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ गुरूवार को सरोजनी नगर स्थित एक निजी होटल में किया गया। जिसमें वीके श्रीवास्तव रिटायर्ड उपायुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। डीके द्विवेदी उपायुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन लखनऊ संभाग की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम तीन तक चलेगा। केंद्रीय विद्यालय लखनऊ संभाग में 54 केंद्रीय विद्यालय हैं। ऐसे में इस तीन दिवसीय सम्मेलन में सभी केन्द्रीय विद्यालयों के 54 प्राचार्य इसमें भाग ले रहे हैं। बताया गया कि सम्मेलन में नई शिक्षा नीति 2020 अकादमिक एवं प्रशानिक मामलों पर विचार विमर्श होगा। केंद्रीय विद्यालयों को और बेहतर कैसे बनाया जाए इस पर भी गहनता से विचार किया जाएगा। डीके द्विवेदी उपायुक्त केवी संगठन लखनऊ संभाग ने शाल एवं हरित पौधे के साथ मुख्य अतिथि का स्वागत किया। मुख्य अतिथि वीके श्रीवास्तव ने अपने वक्तव्य में कहा कि विद्यार्थियों से ज़्यादा उनके अभिभावकों की काउंसिलिंग करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा विषय चुनने के लिए अभिभावकों को सजग रहना चाहिए कि उनके बच्चों के ऊपर कोई दबाव न पड़े। उन्होंने आगे कहा कि विद्यार्थियों को ज्ञान अर्जित करने की शिक्षा दी जाए। विद्यार्थियों को अंको की प्रतिस्पर्धा से बचाया जाना चाहिए। प्रीति सक्सेना सहायक आयुक्त केवी संगठन लखनऊ ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया एवं कुमुद चतुर्वेदी टीजीटी अंग्रेजी, केवी अलीगंज ने मंच संचालन किया। संजय कुमार प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय आरडीएसओ लखनऊ ने बताया कि यह आयोजन 15 सितम्बर से 17 सितंबर तक चलेगा। जिसका 15 सितम्बर को शुभारम्भ किया गया एवं 17 को लगभग 03 बजे इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन किया जाएगा।