फिल्म “मट्टो की साइकिल” का ट्रेलर हुआ आउट, 16 सितम्बर को फिल्म होगी रिलीज

धीरेन्द्र मिश्रा/ कैनविज टाइम्स

विश्व सिनेमा दिवस के अवसर पर रिलीज हो रही फिल्म मट्टो की साइकिल के लिए पहले दिन लगेगा हाफ टिकट

लखनऊ। 16 सितम्बर को रिलीज हो रही फिल्म मट्टो की साइकिल के प्रमोशन को लेकर सोमवार को प्रकाश झा लखनऊ पहुँचे। जहां उन्होने फिल्म के प्रमोशन को लेकर हजरतगंज स्थित हाॅल में प्रेसवार्ता की। जिसमें फिल्म का ट्रेलर दिखाने के बाद उन्होने मीडिया से वार्ता किया। बताते है कि बॉलीवुड को राजनीतिक, सामाजिक मुद्दों से जुड़ी सुपरहिट फिल्में देने वाले, अपनी उम्दा और वास्तविक कहानियों से लोगों को बड़े पर्दे पर समाज का आईना दिखाने वाले निर्माता और निर्देशक प्रकाश झा अब एक्टिंग के फुल स्विंग में नजर आने वाले हैं। फिल्म मट्टो की साइकिल में प्रकाश झा एक ऐसे मजदूर का किरदार कर रहे हैं जिसके लिए साइकल ही उसकी दुनिया हैं। जब ये रोल प्रकाश झा के पास आया तब उन्होंने देरी न करते हुए तुरंत हामी भर दी। फिल्म के बारे में प्रकाश झा कहते है कि फिल्म की कहानी मेरे दिल को छू गयी, ये ऐसे लाचार रोजगारों की कहानी हैं जो बड़े बड़े हाईवे, रोड और ब्रिज तो बनाते हैं लेकिन खुद की जिंदगी ऐसी पथरीली रास्तो के बीच फस के रह जाती हैं जिसकी कोई मंजिल नही, जहाँ कोई रोशनी नही, सिर्फ दर्द की अंधेर रात बच जाती हैं। ये फ़िल्म मुझे मेरे 1980 की यादों में लेकर चली गयी जब मैंने अपने कैरियर की शुरुवात डॉक्यूमेंट्री फिल्म्स और ‘दामुल’ से की थी जो कि मजदूरों के हालात पर बनाई गई थी। उन्होने कहा कि जब फिल्म के डायरेक्टर गनी मेरे पास ये स्क्रिप्ट लेकर आये और उन्होंने मुझे मट्टो का अहम किरदार निभाने के लिए कहा और जब मैंने फिल्म की कहानी सुनी, तो न सिर्फ एक्टिंग के लिए हा कहा बल्कि प्रोडक्शन की सहायता के लिए भी हाथ बढ़ाया।
डायरेक्टर एम गनी कहते हैं कि ये एक रोज़मर्रा के मेहनताने पर गुजर बसर करने वाले मजदूरों और उनके परिवार की कहानी हैं जहाँ उनकी सायकल उन्हें सबसे ज्यादा प्यारी हैं। ये फ़िल्म भले समकालीन विषय पर हैं, पर इसकी परिस्थिति, घटनाएं और लोग मेरे जीवन से लिये गए हैं। फ़िल्म की शूटिंग मथुरा में की गयी हैं। बताया कि मट्टो एक दिहाड़ी मजदूर है जो अपने चार सदस्यों के परिवार के लिए पैसे कमाने के लिए साइकिल से शहर जाता है। फिल्म में बताया जाता है कि कैसे वह और उसका परिवार जीवन के साधारण सुखों पर बातचीत करते हैं। क्या उनका जीवन बदल जाएगा, क्या आखिरकार, मट्टो एक नई साइकिल खरीदने के अपने सपने को साकार कर पायेगा। मट्टो की साइकिल में प्रकाश झा के अलावा मथुरा के प्रतिभाशाली थिएटर आर्टिस्ट अनिता चौधरी, डिम्पी मिश्रा, आरोही शर्मा और इधिका रॉय भी है। जिसका प्रीमियर 2020 में 25 वें बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में हुआ था। फिल्म काफी महोत्सव का हिस्सा भी बन चुकी हैं और अब जल्द जी सिनेमाघरों में 16 सितंबर को रिलीज के लिए तैयार हैं। प्रकाश झा ने कहा कि मट्टो एक छोटी सी खिड़की है जहां से पूरा हिन्दुस्तान हमें देखता है। उन्होने बताया कि फिल्म में बहुत ही छूने वाली कहानी है कि कैसे आधा हिन्दुस्तान चलता है इससे सबका साक्षात्कार होगा। उन्होने यह भी बताया कि 16 सितम्बर को विश्व सिनेमा दिवस के अवसर पर फिल्म रिलीज हो रही है इसलिए 16 सितम्बर को इसका टिकट हाफ लगेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here