लखनऊ। भाकृअनुप राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो में 14 सितम्बर को प्रारंभ हुए हिंदी माह का शुक्रवार को समापन हुआ। समापन समारोह में संस्थान के निदेशक डॉ उत्तम कुमार सरकार व मुख्य अतिथि के रूप में एएमसी लखनऊ से ब्रिगेडियर डॉ पी जायसवाल एवं उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में कर्नल डॉ सिन्हा उपस्थित रहे। निदेशक डॉ सरकार ने राजभाषा महत्ता के बारे में बताते हुए कार्यालय में हिन्दी के ज्यादा से ज्यादा प्रयोग की आवश्यकता बताई तथा संस्थान के प्रत्येक प्रभाग से वैज्ञानिकों द्वारा हिंदी पत्रिकाओं में अधिक से अधिक किसानोपयोगी वैज्ञानिक लेख प्रकाशित करने का आह्वान किया। मुख्य अतिथि जायसवाल ने बताया कि राजभाषा हिंदी सबसे सरल भाषा है और हिंदी माह मनाये जाने की सार्थकता तभी होगी जब देश में वैज्ञानिक शोध प्रबंधों को हिंदी में लिखने को वरीयता दी जाएगी, क्योंकि शोध परिणामों को जनभाषा में प्रकाशित करने से ही उसका अधिकतम उपयोग हो सकता है। कार्यक्रम में संस्थान के सदस्यों द्वारा काव्य पाठ भी किया गया। इस अवसर पर संस्थान में हिंदी माह के दौरान आयोजित प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले कर्मियों तथा वर्ष के दौरान कार्यालय में हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने वाले वैज्ञानिक व अधिकारियों को पुरस्कृत किया गया। जिनमें डॉ ताराचंद कुमावत, डॉ मोनिका गुप्ता, डॉ संतोष कुमार, डॉ राघवेन्द्र सिंह, डॉ अखिलेश कुमार मिश्र, राम सकल चौरसिया शामिल रहे।