लखनऊ।प्रदेश के मुखिया द्वारा प्रदेश के मांस व्यापारियों को काफी समय पहले ही ये निर्देश दिए गए थे कि वो अपना व्यवसाय सरकारी मानकों के अनुरूप ही चलाएं अन्यथा उनका व्यापार बंद कर दिया जाएगा लेकिन लगता नही है की किसी मीट व्यापारी ने सरकार की इस चेतावनी को गंभीरता से लिया है क्योंकि प्रदेश में अमूमन हर जगह आपको सड़क के किनारे सजी मांस की दुकान दिखाई देती होंगी जहां सरकारी मानकों को ताक पर रखा जाता है।ऐसे ही हम आपको थाना मड़ियांव क्षेत्र की ताड़ीखाना रेलवे क्रॉसिंग की तस्वीर दिखा रहे हैं जहां मीट की दुकान धार्मिक स्थल से दस कदम की दूरी पर खुली है और तो और वहां मीट भी खुले आम लटका हुआ नजर आ रहा है ऐसा नजारा उन लोगों के लिए काफी मुश्किल होता है जो मांसाहार नही होते।सरकार ने ये बात साफ की हुई है की दुकानों पर मीट को ढक कर रखें कोई दुकान धार्मिक स्थान के करीब ना खोली जाए लेकिन थाना मड़ियांव क्षेत्र के रेलवे क्रॉसिंग ताड़ीखाना में हमें तो ऐसा बिलकुल नहीं दिखाई दिया यहां पुलिस प्रशासन भी इस मामले को मौन पूर्वक ले रहा है मानो उसे जनता के हित से कोई सरोकार ही नहीं है।मांसाहार होना आपका निजी जीवन का हिस्सा हो सकता है लेकिन व्यापार के लिए मांस का खुले आम बाजार लगाना ये उनके लिए असहनीय होता है जो इसका सेवन नहीं करते।