लखनऊ ।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन को उनकी जयंती पर श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि कोई व्यक्ति जब शून्य से शिखर की यात्रा को अपने पुरुषार्थ और परिश्रम से प्राप्त करता है तो वह उसकी महानता का मानक तय करता है। लालजी टंडन की जीवन यात्रा शून्य से शिखर की है।
काली चरण महाविद्यालय में श्री टंडन की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद श्री योगी ने कहा “ भारतीय जनसंघ के कार्यकर्ता, एक पार्षद, एक विधायक, एक सांसद और राज्यपाल के रूप में टंडन जी ने जीवनपर्यंत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की विकास की लाइन को आगे बढ़ाने का काम किया। अहंकार टंडन जी को कभी छू नहीं पाया। एक कार्यकताã के रूप में उन्होंने अपनी जो राजनीतिक यात्रा प्रारम्भ की थी वही सज्जनता और सादगी जीवन पर्यंत उनमें दिखाई पड़ती रही।”
उन्होने कहा कि कालीचरण महाविद्यालय के साथ उनका लंबा जुड़ाव रहा है। लालजी टंडन ने यहां के भवनों को जिस रूप में बनाया है वह दर्शनीय है। यह कैंपस आजादी के आंदोलन का साक्षी रहा है। इस संस्थान से मूर्धन्य साहियकार और वैज्ञानिक निकले हैं। हिदी गद्य के प्रख्यात साहियकार श्याम सुंदर दास यहां के पहले प्राचार्य थे। अनेक साहियकार, समाजसेवी, वैज्ञानिक और राजनीतिज्ञों को जन्म देने का कार्य इस संस्थान ने किया है। श्री योगी ने कहा कि समाज में परिवर्तन का माध्यम शिक्षा ही बन सकती है। इस क्षेत्र में हम जितना सहयोग करेंगे जीवन के प्रयेक क्षेत्र में उतना परिवर्तन दिखाई देगा। आज उत्तर प्रदेश में जो भी परिवर्तना आया है शिक्षा उसके मूल में है। योगी ने प्रबंधन से अपील करते हुए कहा कि इस महाविद्यालय का इतिहास 118 वर्ष पुराना है। सरकार की नई नीति से आप जुड़िए और यहां के सभी जर्जर भवनों को सुधारने में सरकार आपका सहयोग करेगी। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, सासंद कौशल किशोर, विधायक आशुतोष टंडन, पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।