संस्कृति और वीरतापूर्ण क्रांतिकारियों के इतिहास के विषय में आयोजित हुई सभा 

कैनविज टाइम्स

लखनऊ। भारतीय नागरिक परिषद के द्वारा नववर्ष के उपलक्ष में एक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें भारतीय संस्कृति और वीरतापूर्ण क्रांतिकारियों के इतिहास के विषय में चर्चा की गई। भारतीय नागरिक परिषद की आम सभा में हुई संगत और पंगत में खुल कर जीवंत चर्चाएं हुई। कार्यक्रम का संचालन भारतीय नागरिक परिषद की महामंत्री रीना त्रिपाठी ने किया। परिषद के 2021 के कैलेंडर तथा कार्यक्रमों के विस्तृत चर्चा करते हुए आल इंडिया पावर फेडरेशन के चेयरमैन और भारतीय नागरिक परिषद के संस्थापक ट्रस्टी शैलेंद्र दुबे ने बताया कि किस प्रकार भारतीय नागरिक परिषद का गठन एक गैर राजनीतिक संगठन के रूप में हुआ। भारतीय नागरिक परिषद का गठन 23 मार्च 2010 को गठित भारतीय नागरिक परिषद में कहां गए वो लोग कार्यक्रम के आयोजन की रूपरेखा शैलेंद्र दुबे ने बताई और सब को आगाह किया कि इतिहास के पन्नों में किस प्रकार भारतीय क्रांतिकारी के असंख्य वीर योद्धा मिटते जा रहे हैं। जिनका नाम अगली पीढ़ी नहीं जान पा रही हमारी युवा पीढ़ी ने ऐसे बहुत से नाम नहीं सुने जिनमें करतार सिंह, सराबा, कन्हाई लाल दत्त, अशफाक उल्ला खान जैसे सैकड़ों नाम है। जिन्हें याद करने उनके ऐतिहासिक कार्यों को बताने और अपनी आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाने की महती आवश्यकता है। भारतीय नागरिक परिषद के मंच से स्वामी विवेकानंद जयंती, सुभाष चंद्र बोस जयंती, चंद्र शेखर आजाद बलिदान दिवस, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव बलिदान दिवस, मंगल पांडे, बलिदान दिवस, क्रांति दिवस सावरकर जयंती, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस, मंगल पांडे जयंती, लोकमान्य तिलक व चंद्र शेखर आजाद जयंती, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती, शहीद ए आजम भगत सिंह जयंती, महारानी लक्ष्मी बाई जयंती, 1971 कि भारत की महान विजय के रूप में विजय दिवस के रूप में संगोष्ठी, प्रदर्शन तथा बैठकों का आयोजन करके समाज के विद्वान महिला और पुरुष सभी को जोड़कर इतिहास के सुनहरे पन्नों को जीवंत करना ही भारतीय नागरिक परिषद का कार्य है।

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