कैनविज टाइम्स से धीरेन्द्र मिश्रा की रिपोर्ट
● वर्षो पुरानी काॅलोनी में आज तक नही बनी सड़के ● जनता त्रस्त अधिकारी कुर्सी तोड़ने मे मस्त ● चलना तो दूर पैदल निकलना भी हो रहा मुश्किल
लखनऊ। स्वच्छता अभियान को लेकर भले ही राजधानी मे सरकार और नगर निगम के द्वारा बड़े बड़े वादे और प्रयास किये जा रहे हो लेकिन जनता उन प्रयासो को महज एक दिखावा के ही रूप मे ले रही है। थाना मड़ियांव से तकरीबन तीन किलोमीटर पीछे बसी आबादी रहीम नगर डुडौली में आज भी लोग सड़क और नालियो के लिए परेशान है। जहां ना तो गाड़ियो से चलने लायक सड़क है और ना पैदल निकलने का ही रास्ता है। यह तस्वीर रहीम नगर डुडौली में राधा डिग्री काॅलेज के पास की है। जहां पर हजारो की आबादी मे रह रहे लोग सड़क और नाली जैसी मूलभूत सुविधाओ से परेशान है। स्थानिय निवासियो का आरोप है कि इस समस्या को लेकर कई बार स्थानिय भाजपा पार्षद प्रदीप शुक्ला को अवगत कराया जा चुका है लेकिन उसके बाद भी आज तक इस पर कोई काम नही हुआ है। इसको लेकर कई बार पार्षद को फोन मिलाकर उन्हे क्षेत्र मे आकर स्थिति देखने का भी आग्रह किया गया लेकिन उसके वह आज तक क्षेत्र मे नही आए। निवासियो का कहना है कि चुनाव जीतने के बाद से ही पार्षद का रवैया बदल गया और वह क्षेत्र मे झाकने तक नही आए है। जबकि एक तरफ लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया दिन रात एक कर लखनऊ को स्वच्छता मे नम्बर वन बनाने का प्रयास कर रही है। उसके बावजूद भी नगर निगम के पार्षद व जिम्मेदार अधिकारी मेयर के ही प्रयासो पर पानी फेरते नजर आ रहे है। वर्षो पुरानी बसी आबादी मे हजारो लोग इस बदहाल सड़क की मार झेल रहे है लेकिन उसके बाद भी आज तक कोई भी अधिकारी इस क्षेत्र मे झांकने तक नही गया।