डिजिटल डेस्क : मानसून सत्र और सर्वदलीय बैठक से पहले कांग्रेस में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वैक्सीन पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने वैक्सीन की कमी को लेकर सरकार पर निशाना साधा है.
सरकार सर्वदलीय बैठक बुला रही है. इस सत्र में विपक्ष की रणनीति क्या होगी इसे लेकर राहुल गांधी ने संकेत दे दिये हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, जुमले हैं, वैक्सीन नहीं, ट्वीट में राहुल गांधी ने हैशटैग ‘व्हेयर ऑर वैक्सीन्स’ का उपयोग भी किया है. राहुल वैक्सीन को लेकर सवाल करते रहे हैं. पहले भी इस मामले में उन्होंने सरकार को घेरा है.
जुमले हैं,
वैक्सीन नहीं!#WhereAreVaccines pic.twitter.com/TOsSkHoOIl— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 14, 2021
इस ट्वीट के बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया जिसमें मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने लिखा मोदी सरकार ने विदेश व रक्षा नीति को देशीय राजनैतिक हथकंडा बनाकर हमारे देश को कमज़ोर कर दिया है. भारत इतना असुरक्षित कभी नहीं रहा.
इस ट्वीट के साथ राहुल गांधी ने स्पष्ट संकेत देने की कोशिश की है कि कांग्रेस सरकार से इन मुद्दों पर सदन में सवाल करेगी. राहुल गांधी एक तरफ खुद को मजबूती से पेश कर रहे हैं तो दूसरी तरफ मानसून सत्र से पहले कांग्रेस में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं.
ऐसी चर्चा है कि इस नये सत्र में सदन के भीतर राहुल गांधी पार्टी की कमान संभाल सकते हैं. अटकलें तेज है कि इस बार लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी की जगह किसी और किसी और को जिम्मेदारी मिल सकती है. चर्चा है कि राहुल गांधी का नाम सबसे आगे है. बुधवार की शाम को कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बैठक बुलायी है. इस बैठक में यह फैसला हो सकता है.
पार्टी के सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी एक बार फिर कांग्रेस का नेतृत्व कर सकते हैं. राहुल कई बार पार्टी में अहम जिम्मेदारी निभाने से बचते नजर आये हैं साल 2019 में लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद उन्होंने जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था. अब चर्चा है कि पार्टी को चुनाव से पहले मजबूत स्थिति में लाने के लिए राहुल गांधी के हाथ में एक बार फिर बागडोर दी जा सकती है.
पार्टी के अंदर चर्चा यह भी है कि राहुल इतनी आसानी से बड़ी जिम्मेदारी के लिए तैयार नहीं होंगे. ऐसे में अधीर रंजन चौधरी को हटाकर यह जिम्मेदारी किसे सौंपी जायेगी यह अबतक तय नहीं है. प्रशांत किशोर भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ संपर्क में है.