नई दिल्ली: फेसबुक इंडिया ने दिल्ली विधानसभा की ‘शांति और सद्भाव’ समिति के सामने पेश होने और बयान देने के लिए 14 दिनों का समय मांगा है। समिति को भेजे गए एक ईमेल में फेसबुक इंडिया ने कहा कि वह इसके लिए एक उपयुक्त अधिकारी का चयन कर रही है। बता दें कि दिल्ली जल बोर्ड के प्रमुख राघव चड्ढा की अध्यक्षता वाली समिति ने फेसबुक इंडिया को 2 नवंबर को झूठे और दुर्भावनापूर्ण संदेशों के प्रसार को रोकने में सोशल मीडिया की भूमिका पर एक उपयुक्त वरिष्ठ प्रतिनिधि को 18 नवंबर को समिति के सामने पेश होने को कहा था। समिति का कहना था कि इस तरह के संदेश असमंजस को बढ़ावा दे सकता है और शांति को प्रभावित कर सकता है। दिल्ली विधानसभा ने इस साल फरवरी में फेसबुक इंडिया के निदेशक अजीत मोहन को समिति के समक्ष पेश होने के लिए तलब किया था, जिसके खिलाफ फेसबुक इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
समिति ने फेसबुक को एक सक्षम वरिष्ठ प्रतिनधि को भेजने का अनुरोध किया और 31 अक्टूबर शाम 4 बजे तक उसका नाम सूचित करने को कहा था। समिति ने कहा था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो इसे विधानसभा की अवमानना मानते हुए कार्यवाही की जा सकती है। इस साल जुलाई में, शीर्ष अदालत ने माना था कि दिल्ली विधानसभा की समिति के विशेषाधिकार और शक्ति संसदीय विशेषाधिकारों और अन्य विधानसभाओं के समान हैं। समिति के उप सचिव सदानंद साह ने पत्र में कहा था कि दिल्ली ने फरवरी 2020 में अभूतपूर्व सांप्रदायिक वैमनस्य और हिंसा देखी थी।
विधानसभा ने स्थिति को शांत करने और धार्मिक समुदायों, भाषाई समुदायों या सामाजिक समूहों के बीच सद्भाव बहाल करने के लिए उपयुक्त उपायों की सिफारिश करने के लिए शांति और सद्भाव पर एक समिति का गठन किया है। पत्र में आगे कहा गया है कि चूंकि दिल्ली में फेसबुक के लाखों यूजर्स हैं इसलिए समिति ने 2 नवंबर 2021 को एमएलए लाउंज में दोपहर 12.30 बजे से आयोजित होने वाली बैठक में उपरोक्त विषय पर फेसबुक इंडिया के प्रतिनिधियों के विचारों को सुनने का फैसला किया है।