पति लद्दाख – पत्नी अरुणाचल, IAS को स्टेडियम मे कुत्ता घुमाने की ऐसी सजा मिली?

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Delhi IAS Transfer: सोशल मीडिया पर ये चर्चा शुरू हो चुकी है कि आखिर पति और पत्नी को ट्रांसफर कर कितनी दूर भेजा गया है. हर कोई गूगल पर ये सर्च कर रहा है कि दिल्ली से लद्दाख और अरुणाचल कितनी दूर

 

दिल्ली में आईएएस पति-पत्नी को स्टेडियम के अंदर अपने कुत्ते को टहलाना काफी महंगा पड़ गया. कुत्ता टहलाने के लिए स्टेडियम को खाली कराने का मामला सामने आने के बाद दोनों का ट्रांसफर दिल्ली से सैकड़ों किलोमीटर दूर कर दिया गया है. आईएएस अधिकारी संजीव खिरवार का ट्रांसफर लद्दाख तो उनकी पत्नी रिंकू डुग्गा को अरुणाचल प्रदेश भेज दिया गया है. अब सोशल मीडिया पर इसे लेकर खूब चर्चा हो रही है, लोग गूगल पर सर्च करने लगे हैं कि अरुणाचल और लद्दाख के बीच की दूरी कितनी है.

 

दरअसल आईएएस दंपत्ति को दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में कुत्ता घुमाते हुए देखा गया था. इंडियन एक्सप्रेस ने इसकी तस्वीर लेते हुए रिपोर्ट में बताया कि दिल्ली सरकार के आईएएस अधिकारी ने इसके लिए खिलाड़ियों को बाहर भिजवा दिया. जिसके बाद वो खाली पड़े स्टेडियम में आराम से अपने कुत्ते और पत्नी के साथ टहलते नजर आए.

 

सोशल मीडिया पर खूब हो रही चर्चा
सोशल मीडिया पर ये चर्चा शुरू हो चुकी है कि आखिर पति और पत्नी को ट्रांसफर कर कितनी दूर भेजा गया है. कोई गूगल पर ये सर्च कर रहा है कि दिल्ली से लद्दाख और अरुणाचल कितनी दूर है, तो कोई दोनों जगहों के बीच की दूरी शेयर कर मजे ले रहा है. इतना ही नहीं आईएएस अधिकारी को सोशल मीडिया पर उनके कुत्ते को लेकर भी कई तरह की सलाह दी जा रही है.

 

करीब 3 हजार किलोमीटर की दूरी
वैसे लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश की दूरी करीब 3400 किलोमीटर की है. अगर आप सड़क से यात्रा करते हैं तो आपको लद्दाख से अरुणाचल पहुंचने में करीब 65 से 70 घंटे लग सकते हैं. वहीं जब हमने ट्रैवल साइट्स पर फ्लाइट डिस्टेंस का पता लगाया तो एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने में करीब 20 से 22 घंटे तक लग सकते हैं. वहीं फ्लाइट का किराया 20 हजार से 25 हजार तक का है.

 

सोशल मीडिया पर ज्यादातर लोग गृहमंत्रालय के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि सिर्फ ट्रांसफर कर देना कोई सजा नहीं है. साथ ही अरुणाचल और लेह जैसी जगहों पर ट्रांसफर को सजा की तरह बताने का भी विरोध हो रहा है. सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि इससे वहां मौजूद अधिकारियों के मनोबल पर असर पड़ेगा.

नेताओं ने किए ट्वीट

इस मामले में किरण बेदी TMC सांसद महुआ मोइत्रा और जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किए हैं. किरण बेदी ने संजीव खिरवार के ट्रांसफर पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा,

‘अगर आईएएस के स्टेडियम में कुत्ता घुमाने की घटना को सही पाया गया तो उन्हें दूसरे केंद्र शासित प्रदेश क्यों भेजा जा रहा है? उन्हें फैसला आने तक छुट्टी पर क्यों नहीं भेजा जा रहा? हर जगह भारतीय सिविल सेवा के पद गंभीर लोगों के लिए ही हैं.’

 

लद्दाख वाले निराश हुए’

 

उधर, उमर अब्दुल्ला ने इस मामले को लेकर अपने एक ट्वीट में लिखा,

‘लोग लद्दाख को सजा वाली पोस्टिंग क्यों कह रहे हैं? कई लोगों के लिए यह एक खूबसूरत क्षेत्र है, जहां बेहतरीन मेहमाननवाजी करने वाले लोग रहते हैं और जहां घूमने के लिए कई शानदार जगह मौजूद हैं. ऑफिसर्स को लद्दाख सजा देने के लिए भेजना, यहां के लोगों को हतोत्साहित करने वाला कदम है.’

उमर अब्दुल्ला ने एक अन्य ट्वीट में ये भी लिखा कि ठीक यही बात अरुणाचल प्रदेश के लिए भी लागू होती है. हालांकि, वे अरुणाचल कभी नहीं गए.

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