*झोलाछाप की शरण लेने के लिये बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोग विवश, जिम्मेदार बेपरवाह*
Anil tiwari
रेउसा सीतापुर । रेउसा सीएचसी क्षेत्र में बीते दिनों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फैली संक्रामक बीमारियों के चलते गौलोक कोडर के आठ मजरो के करीब चार सौ से आदि बच्चे बूढ़े महिलाएं एवं ग्रामीण परेशान चल रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग इन गांव को जाना मुनासिब नहीं समझ रहा है घोर लापरवाही के चलते कोई बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हैं।
गौलोक कोडर के परमेश्वर पुरवा, फौजदार पुरवा, सुकई पुरवा,रामलालपुरवा, नई बस्ती, संतरामपुरवा,सोमवारी पुरवा आदि ग्रामीण सरोजिनी, संजीत, मनजीत, विद्या, रेशमा, चांदनी, आलोक, विजयपाल, रामबाबू, अवधेश, आशीष अर्पित छोटू ने बताया जुखाम बुखार हाथ पैरों में दर्द जैसी बीमारी से परेशान हूं तीन दिन बीत गए हैं गांव के ही झोलाछाप से दवा ले रहे है। लेकिन तबीयत तो जैसी की तैसी बनी हुई है। किसी भी प्रकार का कोई सुधार नहीं दिखाई दे रहा है। वहीं इस समस्या के विषय में स्वास्थ्य विभाग को जानकारी होने के बाद भी गांव तक जाना मुनासिब नहीं समझा जा रहा है।