कैनविज टाइम्स:
लखनऊ (वहाब उद्दीन सिद्दीक़ी) राजधानी में आठवीं मुहर्रम का जुलूस इस बार भी अपने नए रास्ते से हो के निकला। दरिया वाली मस्जिद से मौलाना कल्बे जव्वाद कि रहबरी में रात 10 बजे मशालों वाला जुलूस शुरू हुआ जो कि बड़ा इम्मामबाड़े होते हुए नीबू बाग और विक्टोरिया स्ट्रीट स्थित गुफरान माब इमामबाड़े में जा कर समाप्त हुआ।
इस मौके पर अकीदतमंद आगे आगे मशाल ले कर चले उनके पीछे या सकीना या अब्बास के नारे लगाते आदमी और बच्चे ज़ोर शोर से सीनाज़नी करते नज़र आये। सब एक आवाज़ में हाथ उठा के अपने सीने पे मातम कर अब्बास और सकीना की शहादत का ग़म मना रहे थे।
जुलूस में प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के कड़े इंतेज़ाम किये गए थे।
जुलूस में आला अधिकारियों के साथ साथ एटीएस और कमांडों की भी तैनाती थी। जो चप्पे चप्पे पे नज़र बनाए हुए थी। वही तीसरी आंख कहे जाने वाली सीसीटीवी कैमरे भी पुराने लखनऊ में रास्तो पर लगा दिए गए है जो जुलूस के अलावा भी आसपास की गतिविधियों पर नज़र बनाये हुए है इसके साथ ही जुलूस के रास्ते मे पड़ने वाले घरो पर लखनऊ पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था ताकि छतों से पुलिस नज़र बनाये रखे। जुलूस निकलने से पहले ही पुलिस द्वारा पूरे रास्ते की ड्रोन कैमरे की मदद जाँच करा ली गयी थी। और जगह जगह सादी वर्दी में सुरक्षा कर्मी भी लगे हुए थे।