लखनऊ। (वहाब उद्दीन सिद्दीक़ी) उत्तर प्रदेश की राजधानी में अपराध मुक्त प्रदेश के दावे को दीमक की तरह खोखले साबित करते नज़र आ रहे हैं बेख़ौफ़ अपराधी।
तहज़ीब का शहर कहे जाने वाले लखनऊ में अपराधियों के आतंक का सिलसिला बदस्तूर जारी है। लूट और हत्या जैसे सनसनीखेज वारदातों से राजधानी के अपराधी आये रोज़ दस्तक देते नज़र आ रहे है। ताज़ा मामला पीजीआई थाना क्षेत्र में देखने को मिला जहाँ बाइक सवार बदमाशों ने स्कूटी से घर जा रहे एक ठेकेदार को गोली मार कर घायल कर दिया। और मौके से फ़रार हो गए आस पास के लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी सूचना पर पहुँची पुलिस ने घायल को तुरन्त सिविल हॉस्पिटल पहुँचाया जहाँ घायल की हालत को देखते हुए उसे ट्रामा सेंटर रिफर कर दिया गया। जहाँ घायल का ईलाज जारी है। पूरा मामला पीजीआई थाना क्षेत्र का है जहां पर बिल्डिंग निर्माण का कार्य करने वाले इंद्रा नगर निवासी 35 वर्षीय रंजीत कुमार शाम लगभग 7:00 बजे अपनी स्कूटी से घर जा रहे थे जिनको अंसल सिटी के पास बाइक सवार दो युवकों ने गोली मारकर घायल कर दिया।
गोली रंजीत कुमार के दाईं जाँघ में लगी है घटना के पीछे पैसे के लेनदेन का विवाद बताया जा रहा है। पीड़ित ने बताया कि उसकी श्री विनायक इंटरप्राइजेज नाम से एक फर्म है तथा वह बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का काम करता है। आज शाम लगभग 7:00 बजे वह अपनी स्कूटी से निलमथा से अपने घर की ओर जा रहा था तभी अंसल सिटी के पास बाइक से दो युवक आए तथा मेरे ऊपर जान से मारने की नियत से फायर कर दिया पहले एक असलहे से मारी गई दो गोली मिस हो गई फिर उसके दूसरे साथी ने दूसरे असलहे से तीसरा फायर किया जिसकी गोली मेरी दांई जाँघ में जा लगी उसके बाद मैं गिर पड़ा और वह लोग भाग गए मौके पर पहुंची पुलिस ने मुझे सिविल अस्पताल पहुंचाया।
आगे रंजीत कुमार ने बताया की ऋषिका डेवलपर्स के एमडी सुधीर अग्रवाल से उसका 17-05-17 को आठ विला बनाने का क़रार हुआ था जिसका भुगतान ₹18,00,000 का बकाया था जिसको सुधीर अग्रवाल देने में आना कानी करता था। इसलिए मैंने आगे काम करने से मना कर दिया।जिसके बाद सुधीर अग्रवाल ने दूसरे कांट्रेक्टर को इसका कांट्रेक्ट दे दिया।
जिसके कारण मैंने 10 माह पूर्व
ऋषिका डेवलपर्स पर मुकदमा कर दिया।
रंजीत कुमार ने बताया की मुकदमा वापस लेने के लिए 3 माह पूर्व सुधीर कुमार ने उसे गोमती नगर में धमकाया भी था। फ़िलहाल पीड़ित ने पुलिस को तहरीर दे दी है और पुलिस आगे की करवाई में जुट गई है।