यूपी बोर्ड का रिज्लर्ट किसी को खुशियां दे गया तो किसी को गम

0
177

यूपी बोर्ड का रिज्लर्ट किसी को खुशियां दे गया तो किसी को गम

संतोष पांडेय

महमूदाबाद, सीतापुर
यूपी बोर्ड का रिजल्ट किसी को खुशियां दे गया तो कहीं एक बेटी ने रिजल्ट के बाद अपनी जिंदगी खत्म कर ली। पढ़ाई में मेहनत करने के बाद परीक्षा में आशा के अनुरूप अंक न मिलने से आहत छात्रा ने रविवार की सुबह शारदा सहायक नहर में छलांग लगा दी। घर से कोचिंग के लिए निकली छात्रा ने नहर किनारे अपना बैग और साईकल छोड़ दी, जिससे परिजनों को किसी राहगीर ने बैग में कागज पर लिखे नाम और नंबर की सहायता से सूचना दी।
महमूदाबाद कस्बे के एक विद्यालय की इंटरमीडिएट की छात्रा गरिमा वर्मा (17) पुत्री गिरीशचंद्र वर्मा का शनिवार की शाम परीक्षा परिणाम आया था। परीक्षा परिणाम में गरिमा को 81 प्रतिशत अंक भी मिले थे। लेकिन पढ़ाई में की गई मेहनत की अपेक्षा उसे यह परिणाम रास नहीं आ रहा था। वहीं बेटी के उत्तीर्ण होने पर पूरा परिवार खुश था। लेकिन गरिमा को अपने परिणाम के प्रति संतुष्टि नहीं थी। फिर भी वह घर में सबसे बोलती हंसती रही। रविवार की सुबह हमेशा की तरह महमूदाबाद कोचिंग के लिए निकली गरिमा नहर पटरी होते हुए लैलकलां गांव के पास पहुंची। जहां उसने अपना कोचिंग ले जाने वाली बैग और साईकल छोड़ दी और शारदा सहायक नहर में छलांग लगा दी। उसी रास्ते से गुजर रहे किसी राहगीर ने सड़क किनारे पड़ी साईकल और बैग को देखकर उसे चेक किया और उसमें लिखे मोबाईल नंबर की सहायता से परिजनों को बैग और साईकल पड़े होने की सूचना दी। आनन फानन में मौके पर पहुंचे परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने नहर में छात्रा के शव की तलाश शुरू करवा दी है। वहीं मौके पर पहुंचे परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। कोतवाल विजयेंद्र सिंह ने बताया कि जानकारी मिली है, ग्रामीण गोताखोरों की मदद से किशोरी की तलाश की जा रही है।

“सॉरी मम्मी – सॉरी पापा” “मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रही हूं ,

 

मृतक छात्रा की फाइल फोटो

मैं विद्यार्थी जीवन से तंग आ गई हूं , सॉरी मम्मी सॉरी पापा मुझे पता है यह गलत है , लेकिन मैं यह कदम उठाने जा रहा हूं। मैं इस रिजल्ट के साथ नही जी सकती हूं। हर पल हर घड़ी मुझे इसी रिजल्ट के साथ हर दिन चिंता में मरना पड़ेगा। हम जी नही सकते।” यह लाइनें शारदा सहायक नहर में छलांग लगा चुकी छात्रा गरिमा के बैग से मिले सुसाइड नोट में लिखी मिली।

शारदा सहायक नहर में रविवार कि सुबह छलांग लगाने वाली छात्रा गरिमा वर्मा अपनी मौत के पीछे कई अनसुलझे सवाल छोड़ गई है गरिमा को यूपी बोर्ड की परीक्षा में 500 में 408 अंक मिले जो 81% है गरिमा उमेश वर्मा अपनी कक्षा की छात्रा थी और आर्ट साइड में उसका कालेज में चौथा स्थान है गरिमा को हिंदी में 82 अंग्रेजी में 78 भूगोल में 93 नागरिक शास्त्र में 80 व सबसे कम 75 नंबर अर्थशास्त्र में मिले हैं। गरिमा के पिता गिरीश चंद्र के मुताबिक वह काफी प्रतिभावान छात्रा थी। बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन में उसकी कापियों का ढंग से मूल्यांकन नहीं हो हुआ जिसके चलते अवसाद में उसने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। गरिमा आईएएस की तैयारी करना चाहती थी और इसीलिए पढ़ाई में वह जीतोड़ मेहनत कर रही थी। गरिमा की हिंदी में 82, अंग्रेजी में 78, भूगोल में 93, नागरिक शास्त्र में 80, अर्थशास्त्र में 75 अंक सहित 500 कुल 408 अंक प्राप्त हुए। आर्ट्स वर्ग में गरिमा से आगे अनुभव शर्मा को 84 प्रतिशत, अखिलेश कुमार को 83 प्रतिशत आलोक कुमार को 82.40 प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ। इन तीन के बाद वर्ग चौथा स्थान गरिमा का था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here