मध्य प्रदेश के इंदौर में वह मकान तोड़ दिया गया है, जिसे बचाने के लिए भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश ने नगर निगम के अधिकारियों की पिटाई कर दी थी।
नगर निगम की रिमूवल टीम के 150 लोगों का अमला सुबह 10.15 बजे मौके पर पहुंचा। डेढ़ घंटे में मकान ध्वस्त कर दिया गया।
गौरतलब है कि 26 जून को इस मकान पर कार्रवाई के दौरान विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा क्रिकेट के बल्ले से निगम अफसरों को पीटने के बाद मामला गर्मा गया था।
यह मामला इतना सुर्खियों में रहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नसीहत देनी पड़ी थी। भाजपा संसदीय दल की बैठक में उन्होंने पार्टी को सख्त संदेश देते हुए कहा था कि बेटा किसी का भी हो, उसकी मनमानी नहीं चलेगी।
भाजपा कार्यालय में गुरुवार को दिनभर गहमा-गहमी रही। दरअसल, दोपहर 12 बजे के करीब प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह के प्रदेश कार्यालय में पहुंचने के साथ ही मीडिया ने उन्हें घेर लिया। आकाश पर कार्रवाई को लेकर कई सवाल हुए, लेकिन वह सिर्फ सदस्यता अभियान पर अपनी बात कहकर निकल गए।
इसके बाद न्यूज चैनलों पर विधायक आकाश को नोटिस देने की खबरें चलने लगीं। भारी दबाव के बाद पौने चार बजे के करीब सिंह मीडिया के सामने आए और मात्र 20 सेकंड में सफाई दी कि अभी पार्टी ने कोई निर्णय नहीं लिया है।