राजधानी में मनायी गई महर्षि कश्यप एवं निषाद गुह्यराज जयंती

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लखनऊ। प्रदेश में सृष्टि रचयिता महर्षि कश्यप एवं श्रीराम सखा निषाद गुह्यराज जयंती के बड़े ही हर्षोल्लास से मनाई गई। जिसमें बुधवार को राजधानी में शोभायात्रा और रंगारंग कार्यक्रम व होली मिलन समारोह का आयोजन बड़े भव्यता से किया गया।
कश्यप स्वाभिमान चेतना समिति, के संस्थापक ब्रजमोहन कश्यप ने बताया कि महर्षि कश्यप की जयंती पर पूरे देश में उनका जन्मोत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। हमें उनके बताए गए सत्मार्ग पर चलना चाहिए। उनकी नीतियों को अपने जीवन में अनुसरण करना हमारा उद्देश्य है। सभी को अपने इतिहास को याद रखना चाहिए, जो व्यक्ति अपना इतिहास याद नहीं रखता उसकी पीढ़ी खत्म हो जाती है। कैलास नाथ निषाद ने नशामुक्ति पर समाज को सचेत करते हुए बताया, बोतलें बेचने वाले बिल्डिंग खरीद लेते हैं बोतल खरीदने वाले अपना मकान भी बेच देते हैं पिलाने वाले अरबपति बन जाते हैं पीने वाले कंगाल इस व्यसन से दूर रहने का आवाहन किया । इस दौरान पूर्व राज्य मंत्री व ललित कला अकादमी अध्यक्ष सीताराम कश्यप, उत्तम कश्यप, व अन्य लोग उपस्थि रहें।

वहीं दूसरी तरफ बालागंज स्थित भगवान निषादराज की मूर्ति पर माल्यार्पण कर जयंती मनाई गई। इस दौरान एकलव्य समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर निषाद ने बताया मनकामेश्वर मंदिर पर स्थित पार्टी कार्यालय पर निषादराज एवं महर्षि कश्यप की फोटो पर माल्यार्पण कर सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत की गई । जिसमे भगवान श्रीराम और निषादराज की मित्रता को दर्शित करती हुई भव्य झांकी निकाली गई। उसके बाद राधा कृष्ण आदि भव्य झांकियां व नित्य सांस्कृतिक प्रोग्राम का आयोजन किया गया तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम आए हुए लोगों के लिए तहरी भोज का आयोजन भी क्षेत्रीय कार्यालय पर किया गया।

चंद्रशेखर निषाद ने कहा कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चंद्रशेखर निषाद राष्ट्रीय अध्यक्ष एकलव्य समाज पार्टी एवं सदस्य राज्य एकीकरण परिषद उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि जिस तरह समाज में आज अलगाववाद आपसी भाईचारा में वैमनस्यता बढ़ता जा रहा है जाति धर्म के नाम पर सामाजिक दूरियां बढ़ रही हैं ऐसी परिस्थिति में भगवान राम और निषादराज गुहा की मित्रता लोगों को सदियों से प्रेरणा देती चली आ रही है। इस अवसर पर निषाद ने लोगों को शपथ दिलाई कि देश की एकता के लिए हम सब आपस में भाईचारा से रहेंगे तभी निषादराज जयंती के सही मायने हैं। साथ ही साथ उन्होंने सरकार से मांग की कश्यप निषाद समाज अति पिछड़ा हुआ समाज है। समाज के उत्थान के लिए जिस तरह भगवान श्रीराम ने निषाद राज को अपना मित्र मानते हुए उन्हें दरबार में बराबर का स्थान दिया उसी तरह योगी सरकार निषाद समाज को सरकार में बराबर के स्थान दें और कश्यप निषाद समाज के पुश्तैनी पैशा बालू मौरंग खनन पट्टा मत्स्य पालन नौकायन आदि कार्य निषादों को पूर्ण रूप से सरकार हस्तांतरित करें ।

ताकि कश्यप निषाद समाज आर्थिक रूप से मजबूत होकर समाज में समान भागीदारी निभा सके साथ ही साथ चंद्रशेखर निषाद ने मांग की कश्यप निषाद समाज की निर्धनता को देखते हुए सरकार को कश्यप निषाद समाज की स्नातक तक की पढ़ाई मुफ्त कर दी जाए। इस अवसर पर मुख्य रूप से रविंद्र कुमार उर्फ रामू निषाद, अवधेश कश्यप, सुरेंद्र मोहन गांधी पिंटू कश्यप सनी जोशी अर्पित कश्यप प्रदुम जोशी हर्ष निषाद जोगेंद्र मोहन दयाल राकेश मणि पांडे , प्रमोद , सुरेश पाल शर्मा अभिषेक गुप्ता विनय सिंह अंदीप सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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