पुणे, मुम्बई व चेन्नई से आने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य

0
184

कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए पुणे, मुंबई और चेन्नई से कोलकाता आने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीआरसी टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। भले ही इन यात्रियों को दो बार टीका लगाया गया हो, उन्हें परीक्षण के बाद वापस आना होगा। निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है। राज्य सरकार द्वारा कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर समय-समय पर नियमों में बदलाव किया जा रहा है. पिछले महीने की शुरुआत में, राज्य सरकार ने यात्रियों को दोहरा टीकाकरण प्राप्त करने की अनुमति दी थी, जिसका अर्थ है कि यदि दोहरा टीकाकरण दिया जाता है, तो आरटीपीसीआर परीक्षण की आवश्यकता नहीं होती है। इसमें फिर से 3 गंतव्यों के लिए नियम में परिवर्तन कर आरटीपीसीआर परीक्षण को अनिवार्य कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से कहा जा चुका है कि कोविड न फैले, इसके लिए जो भी जरूरी कदम होगा, राज्य उठायेगी। यही कारण है कि अब राज्य में लोकल ट्रेन सेवाओं को चालू नहीं करवाया गया है। वहीं एयरपोर्ट पर कोरोना के दूसरे लहर के दौरान सिर्फ और सिर्फ आरटीपीसीआर करवा कर आने वाले यात्रियों को ही अनुमति मिल रही थी। अब इन तीन शहरों से आने वाले यात्रियों को 72 घंटे के भीतर का कोविड निगेटिव रिपोर्ट लेकर आना होगा तभी एयरलाइंस इन्हें कोलकाता आने वाली उड़ानों में बैठने देंगे। यहां बता दें कि इनमें मुम्बई, चेन्नई व पुणे पर पहले से ही आंशिक प्रतिबंध लगा हुआ है। इन तीनों स्थानों से सप्ताह में मात्र तीन दिन यानी कि सोमवार, बुधवार तथा शुक्रवार को ही उड़ाने कोलकाता आती हैं। ऐसे में आरटीपीसीआर टेस्ट जरूरी करने से यात्रियों की संख्या में कमी आ सकती है, ऐसी संभावना एयरलाइंसों की ओर से जतायी गयी है।

यात्रियों में कन्फ्यूजन बढ़ी, सवालों की झड़ी ने परेशान कर रखा एयरलाइंस कर्मियों को
कोलकाता एयरपोर्ट के अकाउंट से राज्य सरकार की ओर जारी की गयी नयी गाइडलाइन की जानकारी देने वाली ट्वीट के बाद ही यात्रियों में कन्फ्यूजन बढ़ गया। काफी यात्रियों ने एयरलाइंस कर्मियों को कॉल कर इस बारे में इंक्वायरी की। यहां बता दें कि आज शुक्रवार व कल शनिवार को यात्री डबल वैक्सीनेशन के साथ भी इन तीनों गंतव्यों से यात्री आ सकते हैं लेकिन रविवार से उन्हें आरटीपीसीआर टेस्ट करवाकर आना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि जब डबल वैक्सीनेशन वाले यात्रियों को अनुमति मिली थी तो एका एक यात्रियों की संख्या दुगनी हो गयी थी। यानी कि 20 हजार यात्रियों की संख्या अचानक 36 हजार के लगभग यात्रियों की संख्या हो गयी थी। एयरलाइंस कर्मियों के मुताबिक यात्री डबल वैक्सीनेशन के साथ आ सकते हैं लेकिन आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने में यात्री हिचकिचाते हैं। कई बार वे नहीं करवाना चाहते। यही कारण है कि ​जिन गंतव्यों से आने पर इन्हें टेस्ट रिपोर्ट लाना जरूरी होता है, वहां से न आकर अन्य एयरपोर्ट का कनेक्टिंग उड़ान लेकर वे कोलकाता आना बेहतर समझते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here