विधानसभा में जबरदस्त जीत के बाद तृणमूल कांग्रेस का अगला टार्गेट निकाय व लोकसभा चुनाव है। हर हाल में ही तृणमूल कांग्रेस इन चुनावों में जीत का परचम लहराना चाहती है। इसे ध्यान में रखकर जरा भी देर नहीं करते हुए तृणमूल कांग्रेस तैयारी में जुट गयी है। सूत्रों की मुताबिक तृणमूल कांग्रेस जल्द ही सांगठनिक व जिला स्तर पर बड़ा फेरबदल करने जा रही है। कई नये चेहरों को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। कई पुराने चेहरों को पुरानी जिम्मेदारी से हटाकर नयी जिम्मेदारी मिल सकती है। गत दिन पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी, राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी व रणनीतिकार प्रशांत किशोर की अहम बैठक हुई है जिसमें सांगठनिक स्तर से लेकर कई मुद्दों पर चर्चा हुई है। पार्टी स्तर पर यह कयास तेज है कि जिलों को दायित्व स्तर पर भाग किया जा सकता है यानि एक बड़ा जिला है तो वहां सांगठनिक स्तर की जिम्मेदारी एक से अधिक नेता को मिल सकती है।
‘एक व्यक्ति एक पद’ की नीति जिला स्तर पर लागू
‘एक व्यक्ति एक पद’ की नीति को तृणमूल आगे बढ़ सकती है। जिला स्तर पर भी इस नीति को लागू होने जा रहा है। अगर कोई एक पद पर है तो उसे दूसरा बड़ा प नहीं मिल सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वह नेता अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी को बखूबी निभा सके। वहीं छात्र और युवा संगठनों में फेरबदल के भी प्रस्ताव हैं। कई संगठनात्मक जिला समितियों में विभाजित किया जाना है। सूत्रों के मुताबिक 21 जुलाई से पहले यह बदलाव की घोषणा हो सकती है।
इन जिलों के मंत्री हैं डबल दायित्व में
हावड़ा, उत्तर 24 परगना, हुगली, पूर्व बर्दवान, पूर्व मिदनापुर यहां जिला के मंत्री के साथ ही जिलाध्यक्ष व जिला के अन्य पद पर हैं। इसके अलावा बांकुड़ा, पुरुलिया, झाड़ग्राम, पश्चिम मिदनापुर, मुर्शिदाबाद में भी सांगठनिक स्तर पर बदलाव हो सकता है।
हावड़ा : इस जिला को दो भागों में बांटा गया है। हावड़ा शहरी व ग्रामीण। यहां से भी दो मंत्री दायित्व में हैं। मंत्री अरूप राय जिला चेयरमैन हैं तथा ग्रामीण जिलाध्यक्ष का दायित्व पुलक राय के पास हैं। पुलक राय इस बार मंत्री बने हैं। कैबिनेट मंत्री पुलक राय के पास पास पीएचई जैसे अहम विभाग हैं। चर्चा है कि यहां से विधायक समीर पांजा व अणुनाव सेन को जिम्मेदारी मिल सकता है।
उत्तर 24 परगना : उत्तर 24 परगना की जिम्मेदारी ज्योतिप्रिय मल्लिक के पास हैं जो कि मंत्री हैं। उत्तर 24 परगना में पांच लोकसभा क्षेत्र तथा 33 विधानसभा सीटें हैं। यह जिला बेहद ही अहम है। सूत्रों के मुताबिक यहां एक से अधिक नेता को जिला की जिम्मेदारी मिल सकती है। यहां पार्थ भौमिक, नारायण गोस्वामी, गोपाल सेठ का नाम काफी चर्चा में है।
पूर्व बर्दवान : यहां जिलाध्यक्ष सपन देवनाथ हैं। वे भी मंत्री हैं।
पूर्व मिदनापुर : मंत्री सोमेन महापात्र हैं जो कि जिलाध्यक्ष भी हैं। यहां भी बदलाव की संभावना है। यहां दो संसदीय क्षेत्र है। इस जिला को भी दो भागों में बांटा जा सकता है। इसके अलावा भी कई जिलों में एक व्यक्ति एक से अधिक पद पर हैं। सूत्रों के मुताबिक यहां भी कुछ बदलाव की संभावना है।