अपने आप को सीबीआई अधिकारी बताकर की थी शादी!

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हावड़ा : राज्य में पिछले कई दिनों से फर्जी अधिकारियों की मानों बाढ़ सी आ गयी है। कभी फर्जी आईएएस, तो कभी आईपीएस अधिकारी सामने आ रहे हैं। अब तो यह मामला चौंकाने वाला था जब राज्य में फर्जी सीबीआई अधिकारी का मामला सामने आया है। जी हां हम यहां बात कर रहे हैं हावड़ा के जगाछा थानांतर्गत इलाके की। जहां पर किसी और ने नहीं बल्कि खुद की पत्नी ने ही अपने पति का भांडा फोड़ते हुए यह सनसनीखेज आरोप लगाया है। हालांकि अभियुक्त पति उर्फ फर्जी सीबीआई अधिकारी शुभदीप बनर्जी का तालाक मार्च महीने में ही हो गया था। परंतु उसकी पत्नी ने सारे मामले को सोच समझकर जगाछा थाने में मई महीने में शिकायत दर्ज की। पत्नी का आरोप है कि दर्ज शिकायत के आधार पर उस समय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी जब देवांजन का मामला सामने आया तो यह मामला भी सामने आ गया। पत्नी का आरोप है कि साल 2020 में शुभदीप से उसकी शादी अरेंज मैरेज थी। उसे यह बताया गया थी कि उसका होनेवाला पति सीबीअाई में और ससुर आईबी ऑफिसर है। इसके बाद युवती के परिवारवालों ने हामी भर दी थी।

शादी से पहले किये थे कई सवाल तो परिवार ने बचाया
पत्नी का आरोप है कि जब उनकी शादी पक्की हो रही थी तभी जब शुभोदीप ने बताया कि वह सीबीआई अधिकारी है। वहां पर असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत है। यह सुनते ही तो होनेवाली पत्नी ने उससे सवाल किया था कि वह इसके लिए यूपीएससी की पढ़ाई की थी तो कौन सी साल में की तो शुभोदीप ने बताया कि साल 2017 में तो उसने यह भी सवाल किया था कि उसका बैच मेट कौन है। तब वह जवाब नहीं दे पाया तो उसकी मां ने आश्वासन दिया कि उसका बेटा सीबीआई अधिकारी है। वह निष्फ्रीक होकर शादी कर सकती है। इसके बाद उनकी शादी हो गयी।

कभी सीबीआई तो कभी आरमी व रेलवे विजिलेंस ऑफिसर बनकर देता रहा चकमा
शादी होने के बाद पत्नी को शक होने लगा कि जो व्यक्ति एक सीबीआई अधिकारी है। वह सुबह 11 बजे ऑफिस जाकर शाम को 5 बजे वापस कैसे आ जाता है। इतना निश्चिंत कैसे रहता है। पत्नी ने शुभोदीप से कई बार सवाल किये लेकिन उसने उसकी बात को टाल दिया। इसके बाद पत्नी एक दिन जब बीमार हुई तो उसने देखा कि शुभोदीप अपने लैपटॉप पर पे स्लिप तैयार कर रहा है तो उसने टोका कि तुम्हें घर से ही पे स्लिप बनाना होता है। तो यह कहने पर शुभोदीप चिड़ गया। तभी पत्नी को शक हुआ और वह जनवरी महीने में ही सीबीआई दफ्तर पहुंच गयी। वहां से पता चला कि असिस्टेंट डायरेक्टर का कोई पाेस्ट ही नहीं है। वहीं पत्नी का कहना है कि थोड़े दिन बाद उसने बताया कि वह आर्मी ऑफिसर के पद पर भी रह चुका है लेकिन कुछ पढ़ाई करके वह लालबाजार में ऑफिसर बन गया है। इसके बाद उसने खुद को रेलवे का अधिकारी बताया। उसे दिखाया कि वह बिना किसी रेल टिकट के राजधानी में सफर करता है। उसके काम ​बिहार, दिल्ली व उत्तर प्रदेश में है।

नौकरी दिलाने के नाम पर की लाखों की धोखाधड़ी
उसके कारनामे यही तक नहीं थे बल्कि इलाके के लोग जानते थे कि वह बी. टेक की पढ़ाई कर किसी प्राइवेट कंपनी में ऑफिसर है। उसकी पत्नी का भी कहना है कि उसे रोजाना नीले बत्तीवाली गाड़ी लेने आती थी। यहीं सब दिखाकर वह लोगों को अपने फर्जी नौकरी दिलाने के जाल में फंसाता था। उस पर ऑनलाइन इंटरव्यू लेने के नाम पर लाखों रुपये ठगने के आरोप है। उसने अपने एक सहयोगी लालेन के साथ इस धोखाधड़ी के काम को करता था। उसने बिहार के रहनेवाले एक युवक से 5 लाख रुपये लिए थे और उसे कहा था कि रेलवे में नौकरी दिला देगा। इसके अलावा सांतरागाछी में भी उसने एक फर्जी इंटरव्यू लेकर व्यक्ति से लाखों रुपये लिए थे।

परिवार ने किसी भी तरह के सम्पर्क से किया इनकार
अ​भियुक्त का पर्दाफाश होते ही उसकी मां ने साफ इनकार कर दिया कि उसका उसके बेटे से कोई भी सम्पर्क नहीं है। वह पिछले कई दिनों से यहां घर पर भी नहीं आया है। उसने जो भी कमाये उसने कभी भी उन्हें नहीं दिये। यह कहते हुए मीडिया के सामने ही इस ड्रामे को और बढ़ाने के लिए उसकी मां ने अपने बेटे को फोन किया। उससे पूछा कि तुमसे कभी भी हमने कोई रुपये लिए हैं। तो बेटे ने साफ इनकार कर दिया। उसकी मां का कहना है कि उन्हें जानकारी ही नहीं थी कि उनका बेटा इन सारी चीजों से संबंधित है।

अभियुक्त ने मीडिया के सामने आकर मांगी माफी
वहीं इस खबर के मीडिया में आते ही शुभोदीप ने मीडिया में आकर माफी मांगी और उसने कहा कि वह इन सारे फर्जी काम से जुड़ा हुआ था। इसके लिए उसने माफी मांगते हुए कहा कि मेरी जिदंगी खराब न हो। वहीं पत्नी ने पुलिस से न्याय की उम्मीद करते हुए कहा कि इस मामले में अभियुक्त की गिरफ्तारी हो और उसे उसके गुनाहों की सजा मिले।

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