बाहुबली मुख्तार अंसारी को आज सुबह साढ़े चार बजे कड़ी सुरक्षा के साथ पंजाब से उत्तर प्रदेश की बांदा जेल लाया गया है। मुख्तार अंसारी को जेल की बैरक नंबर 16 में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। यूपी में मुख्तार अंसारी पर 52 मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें से सबसे बड़ा मुकदमा बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में है। पंजाब की रोपड़ जेल से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को लेने गई यूपी पुलिस की टीम आखिरकार 900 किमी का सफर तय करके बुधवार बांदा जेल पहुंच गई।
मुख्तार अंसारी को जेल के अंदर दाखिल होने के बाद मेडिकल टीम ने जांच की। इसके बाद उसे पांच बजे बैरक में शिफ्ट कर दिया गया। मुख्तार को जेल में समान्य कैदियों की तरह रखने की व्यवस्था की है।
बता दें कि लखनऊ में एमपी, एमएलए की विशेष अदालत ने 12 अप्रैल को अभियुक्त मुख्तार अंसारी को साल 2000 में कारापाल और उप कारापाल पर हमला करने, जेल में पथराव तथा जानमाल की धमकी देने के मामले में आरोप तय करने के लिए व्यक्तिगत रूप से तलब किया है।
मुख्तार अंसारी की जेल में वापसी को लेकर सुरक्षा के इंतजाम पूरे हैं। जेल के बाहर और भीतर सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए हैं। जेल की बैरक संख्या-16 में रोशनी, पानी की व्यवस्था और साफ सफाई पहले की दुरुस्त की जा चुकी है। बैरक संख्या-16 में अन्य कैदियों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी गयी है और बैरक के अंदर भी तीन सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।
गौरतलब है कि अंसारी को लाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और पंजाब सरकार के बीच सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा चला। सुप्रीम कोर्ट के 26 मार्च के एक आदेश पर कार्रवाई करते हुए यूपी पुलिस ने 57 साल के अंसारी को रूपनगर जेल से वापस बांदा जेल में लाने के लिए अपनी हिरासत में ले लिया था। यूपी पुलिस ने एंबुलेंस, दंगा रोधी वाहन और भारी सुरक्षा बल के साथ अंसारी को लेकर रोपड़ जेल से बांदा लाने तक करीब 15 घंटे का सफर पूरा किया।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में अंसारी के खिलाफ 52 मामले दर्ज हैं और इनमें 15 में तफ्तीश चल रही है। अंसारी पूर्वांचल में कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने और कई पुलिसकर्मियों की हत्या करने का भी आरोप है। अंसारी ने प्रदेश के कुख्यात अपराधियों और शूटरों का एक गिरोह बना कर बिहार के शहाबुद्दीन गिरोह से संपर्क बनाकर रखा। उत्तर प्रदेश सरकार ने अंसारी गिरोह के गुर्गों और उसे शरण देने वालों पर आर्थिक कार्रवाई की और उसके सहयोगियों की करीब 192 करोड़ की संपत्ति जब्त की।