उत्तराखंड: उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें, उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंप दिया है। लेकिन अब ये कयास लगाए जा रहे है की इसके बाद उन्हें एक एहम ज़िम्मेदारी सौंपी जा सकती है। जिसके लिए उन्हें सक्रिय राजनीति में आना होगा। इसके अलावा रानी मौर्य अब विधासभा चुनाव भी लड़ सकती हैं। उन्होंने तीन साल तक उत्तराखंड की राज्यपाल के तौर पर अपनी ज़िम्मेदारी निभाई हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि बेबी रानी मौर्य यूपी से चुनाव लड़ सकती हैं। इस वजह से उन्होंने राज्यपाल के पद से इस्तीफा दिया है। वहीं आज ही यूपी विधानसभा चुनाव के लिए प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को विधानसभा चुनाव के लिए यूपी का प्रभारी बनाया गया है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी बुधवार को बड़ा ऐलान कर दिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि कांग्रेस, सपा-बसपा से गठबंधन करने के लिए आतुर नहीं है।
कांग्रेस सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। वहीं बसपा सुप्रीमो मायवती पहली ही साफ कर चुकीं हैं कि वे भी अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी। वहीं इस बार आम आदमी पार्टी भी विधानसभा चुनावों में अकेले ताल ठोकने जा रही है। हालांकि समाजवादी पार्टी ने अभी तक चुनावों को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया है।
वहीं अगले साल उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी को चुनाव प्रभारी बनाया है। साथ ही लॉकेट चटर्जी और आरपी सिंह को सह प्रभारी बनाया गया है। बीजेपी उत्तराखंड में फिस से सत्ता में वापसी करना चाहती है। पार्टी ने इस बार प्रदेश में 51 प्रतिशत वोट और 60 सीटें हासिल करने का लक्ष्य बनाया है। इस लक्ष्य को साधने के लिए बीजेपी पूरी तरह से तैयारी में जुट गई है। पार्टी के खाते में बेशक केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकारों के डबल इंजन से हासिल उपलब्धियों की एक लंबी फेहरिस्त है। लेकिन वो सत्ता रोधी रुझान के भय से भी डरी हुई है। राज्य के मतदाताओं को अपने वश में करने के लिए पार्टी योजनाबद्ध तरीके से कदम बढ़ा रही है।