चंडीगढ़: पंजाब में आज चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। चरणजीत सिंह चन्नी को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने शपथ दिलाई है। शपथ लेने से पहले चन्नी रूपनगर के एक गुरुद्वारे पहुंचे और माथा टेका। चरणजीत सिंह चन्नी दलित सिख समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे। वह पंजाब के पहले दलित नेता हैं, जो राज्य के मुख्यमंत्री बनें है। चन्नी को कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह मुख्यमंत्री बनाया गया है, जिन्होंने शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया था। चरणजीत सिंह चन्नी को कल पार्टी विधायक दल का नया नेता चुना गया था। चन्नी एक दलित सिख नेता हैं और लगातार तीन बार से विधायक हैं।
दलित मतदाताओं को लुभाने की कोशिश में कांग्रेस
चमकौर साहिब से विधायक 49 साल के चन्नी पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री और राज्य में सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री हैं। वह रामदसिया समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस मार्च 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले 32 फीसदी दलित मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही है। चन्नी प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाली अकाली-बीजेपी सरकार के दौरान पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं।
चन्नी ने ही की थी अमरिंदर सिंह को हटाने की मांग
मौजूदा सरकार में कैबिनेट मंत्री चन्नी अमरिंदर सिंह को हटाने की मांग को लेकर आगे बढ़े थे, क्योंकि सिंह के नेतृत्व में सरकार लोगों की आकांक्षाओं के मुताबिक काम करने में विफल रही है और यहां तक कि 2017 के विधानसभा चुनाव के वादों को लागू करने में भी विफल रही है।