लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज विपक्ष पर जमकर बरसे है। विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान सीएम योगी अनुपूरक बजट पर भाषण दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपने ही अंदाज में विरोधी नेताओं को आड़े हाथ लिया। इसके अलावा उन्होंने बड़ा ऐलान भी किया। सीएम ने विधानसभा में कहा कि सरकार ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन या डिप्लोमा में प्रवेश लेने वाले एक करोड़ युवाओं को टैबलेट या स्मार्ट फोन देगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए तीन हजार करोड़ रुपए का एक कोष गठित किया गया है।
राज्य सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि हमने बिना किसी भेदभाव के अपनी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम किया। सीएम ने कहा कि यह पहली महामारी है जिसमें एक भी गरीब भूखा नहीं मरा। हमें महामारी को तो स्वीकार करना होगा नहीं तो बीमारी के उपचार के लिए और बीमारी से बचाव के लिए कोई अभियान आगे नहीं बढ़ पाएगा।
मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के विकास की चर्चा करते हुए कहा कि यूपी सरकार का बजट पिछले पांच साल में दोगुना हो गया है। 24 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में ढाई लाख का बजट ऊंट के मुंह में जीरा साबित होता था। यही कारण था कि प्रदेश अर्थव्यवस्था में पिछड़ा हुआ था लेकिन अब यूपी निवेश के लिए सबसे अच्छे प्रदेशों में शामिल है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा प्रदेश में सर्वाधिक बेरोजगारी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने साढ़े चार लाख से ज्यादा सरकारी नौकरियां दी गई हैं। अकेले शिक्षा विभाग में माध्यमिक, उच्च व तकनीकी शिक्षा में डेढ़ लाख शिक्षकों की भर्ती की गई है।
वही उन्होंने कहा कि यूपी की मौजूदा सरकार माफियाओं को सिर पर लेकर नहीं घूमती। हमने माफियाओं से 1500 करोड़ रुपए की सम्पत्ति जब्त की। यह सम्पत्ति गरीबों को लूटकर बनाई गई थी। गरीबों को लूटकर जो भवन बनाए गए थे, हम उन्हें गिराकर वहां गरीबों-दलितों के लिए घर बनाएंगे। उन्होंने कहा कि पहले विपक्ष के लोग अयोध्या की तरफ झांकते नहीं थे लेकिन आज हर कोई कह रहा है कि राम हमारे हैं। सीएम योगी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ-सबका विकास का उल्लेख करते हुए कहा कि यह हमारा भाव, हमारा दर्शन और जीवन का हिस्सा है। यह हमारी कार्यपद्धति में पग-पग पर दिखता है।