सीतापुर में युवाओं ने एससीएम सिनेमा में तिरंगा ले जाकर देखी द कश्मीर फाइल्स

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कश्मीरी पंडितों की दर्दनाक दास्तान है द कश्मीर फाइल्स

सीतापुर में धमाल मचा रही द कश्मीर फ़ाइल  अभी हाल में तिरंगा झंडे को लेकर सिनेमा ने किया था आपत्ति
सीतापुर कैनविज टाइम्स टीम ने जाकर देखी मूवी
सीतापुर  डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री  की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने 1990 के दशक के कश्मीर की भयावह स्थिति सामने लाकर कर रख दी है। इस बीच एक नाम फिर से सुर्खियों में हैं
कौन हैं ये कश्मीरी पंडित
कश्मीरी पंडितों को कश्मीर ब्राह्मण भी कहते हैं। ये जम्मू और कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्र यानी कश्मीर घाटी के पंच गौड़ ब्राह्मण समूह से ताल्लुक रखते हैं। 1990 से जब कश्मीर में आतंकवाद चरम पर नहीं था, तब मुस्लिम प्रभाव के बावजूद कश्मीरी पंडित मूल रूप से कश्मीर घाटी में ही रहते थे। लेकिन मुस्लिम प्रभाव बढ़ने के साथ बड़ी संख्या में लोगों का जबरिया मुस्लिम बना दिया गया।
1981 तक कश्मीर में पंडितों की आबादी सिर्फ 5 प्रतिशत बची थी। 1990 के दशक में आतंकवाद के उभार के दौरान कट्टरपंथी इस्लामवादियों और आतंकवादियों द्वारा उत्पीड़न और धमकियों के बाद उनका पलायन और बढ़ गया। 19 जनवरी 1990 की घटना सबसे शर्मनाक थी। उस दिन मस्जिदों से घोषणाएं की गईं कि कश्मीरी पंडित काफिर हैं। पुरुषों को या तो कश्मीर छोड़ना होगा या इस्लाम में परिवर्तित होना होगा या उन्हें मार दिया जाएगा। जिन लोगों ने पहला विकल्प चुना, उनसे अपने परिवार की महिलाओं को वहीं छोड़कर जाने को कहा गया। कश्मीरी पंडितों पर लिखी गईं तमाम किताबों के अनुसार 1990 के दशक के दौरान 140,000 की कुल कश्मीरी पंडित आबादी में से करीब 100,000 ने घाटी छोड़ दी। कुछ लोग यह संख्या 2 लाख तक बताते हैं।
सीतापुर में कश्मीर फाइल्स फिल्म का युवाओं में क्रेज , 
आकाश मिश्र ,नवनीत दीक्षित, निखिल अवस्थी समेत 20 लोगो ने देखी मूवी

सीतापुर। पूरे देश में इस समय एक ही धूम मची है वो है एक फिल्म “कश्मीर फाइल्स” । नब्बे के दशक में कश्मीर से पलायन कश्मीरी पंडितो पर आधारित यह फिल्म इन दिनों चर्चा का विषय है, सोसल मीडिया पर ट्रेंड होता एक विषय भी है , इसी क्रम में सीतापुर के कुछ युवाओं ने मिलकर एक साथ इस फिल्म को देखने का प्लान बनाया और बुधवार के दिन सीतापुर पर स्थित एससीएम सिनेमा में भारत का झंडा “तिरंगा” लेकर गए । फिल्म को देखने के बाद सभी की आंखों में कश्मीर की दर्द भरी दास्तान झलक रही थी। फिल्म को देखने वालो में शिवम त्रिपाठी , राहुल सिंह, सुभाष मौर्य , आकाश मिश्र, नवनीत दीक्षित, पियूष मिश्र, अंकित शुक्ला, शिवांक, अमन, वैभव मिश्र, शुभम पाठक, अमित तिवारी, वैभव सिंह, अभिषेक शुक्ला, देवा, गौरव ,निखिल ने एक साथ फिल्म देखी ।

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