नई दिल्ली। ऐप आधारित टैक्सी सेवा उबर जल्द ही एक नया फीचर लॉन्च करने जा रही है। इससे उबर के टैक्सी ड्राइवर को यूजर का और यूजर को ड्राइवर का मोबाइल नंबर नहीं दिखाई देगा। वे उबर एप्लीकेशन के जरिये ही एक दूसरे से बात कर सकेंगे। उबर इंडिया एंड साउथ एशिया प्रेसिडेंट प्रदीप परमेश्वरन ने बताया कि इस टेक्निक पर हम निवेश कर रहे हैं और जल्द ही यह भारत में शुरू हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि हमारे राइडर्स और ड्राइवर्स की तरफ से यह डिमांड की जा रही थी। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका सहित कुछ देशों में यह सुविधा पहले से ही एक्टिव है। उबर इंडिया के प्रमुख ने कहा कि कंपनी कई शहरों में फुटप्रिंट बढ़ाने पर काम कर रही है। उबर अभी 31 शहरों में अपनी सेवाएं दे रही है, जबकि ओला 110 शहरों में अपनी सेवा दे रही है।
परमेश्वरन ने बताया कि भारत दुनिया में सबसे बड़े पूल राइड बाजार के रूप में उभर रहा है। इस सुविधा में लोग कैब को दूसरे यात्रियों के साथ साझा करते हैं और कम भुगतान करते हैं। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर लोग हमारी सेवाएं ले रहे हैं। अभी इस बाजार में काफी संभावनाएं हैं।
पेट्रोल के बढ़ते दाम से का कंपनी पर क्या प्रभाव पड़ रहा है, इसके बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कंपनी के पास किराया बढ़ाने का विकल्प है। जहां ईंधन के दाम बढ़ने के बाद किराया बढ़ता है, वहां राइड्स की संख्या में तेजी से गिरावट होती है। कंपनी के पास काफी डाटा है और जब जरूरत होगी, तो कंपनी जरूरी कदम उठाएगी। हम महिंद्रा एंड महिंद्रा से इलेक्ट्रिक विहिकल को टैक्सी सर्विस के लिए शुरू करने की बात कर रहे हैं। हालांकि, इसके ट्रायल अभी शुरू नहीं हुए हैं।