एलडीए वीसी के आदेश दरकिनार, नहीं रुका अवैध निर्माण

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एलडीए वीसी के आदेश दरकिनार, नहीं रुका अवैध निर्माण

By – wahab uddin siddiqui

लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी व लखनऊ मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब के सख्त आदेशों को नरमी से दरकिनार करते हुए चौक थाना क्षेत्र के अवर अभियंता व सहायक अभियंता खुलेआम क्षेत्र में कई निर्माण अवैध रूप से करवा रहे हैं चौक थाना क्षेत्र के तम्बाकू मंडी में हो रहे एक व्यवसायिक निर्माण का मामला सामने आया है जहां मरियम दुपट्टा हाउस के सामने, अजबा फैशन लेडीज टेलर से मिला हुआ एक व्यावसायिक निर्माण किया जा रहा है। स्थानीय लोगों की अगर माने तो लखनऊ विकास प्राधिकरण से इसका मानचित्र स्वीकृत होना तो दूर की बात है यहां पर लखनऊ विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाली नजूल की भूमि पर ही खुलेआम व्यवसायिक निर्माण शुरू कर दिया गया है जिसकी जानकारी चौक थाना क्षेत्र के अवर अभियंता शशि भूषण व ज़ोन 7 के सहायक अभियंता उदयवीर सिंह को है बावजूद इसके अवर अभियंता की पूरी खुली छूट निर्माणकर्ता को दी गई है। जिसके चलते अवैध रूप से हो रहा यह व्यवसायिक निर्माण निरंतर जारी है इससे यह साबित होता है की अवैध निर्माणकर्ताओं में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी का खौफ़ बिलकुल भी नहीं रह गया है और यह सब स्थानीय अवर अभियंता की शह पर हो रहा है क्योंकि अवर अभियंता शशि भूषण को कई दिन पहले ही इस निर्माण की जानकारी दे दी गयी थी किन्तु निर्माण रुकने के बजाए निरंतर जारी रहा हाँ अगर सूत्रों की माने तो इतना ज़रूर हुआ की एक सुपरवाइज़ार जिसको अब क्षेत्र से हटा दिया गया है उसने मौके पर पहुंच कर डील कर ली और इस तरह के अवैध निर्माण करने के तरीके भी बता दिए शायद यही कारण है की निर्माण रुकने का नाम नहीं ले रहा है वर्ना क्षेत्र में हो रहा कोई भी निर्माण अवर अभियंता की निगाह से नहीं बच सकता है बिना अवर अभियंता को चढ़ावा चढ़ाये अवैध निर्माण में कोई भी निर्माणकर्ता एक भी ईट रख दे ऐसा संभव नहीं है ऐसा अक्सर सुनने में आता रहता है। ऐसे में अवैध निर्माण पर लगाम लगाने के प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं अवर अभियंता कि यह मनमानी लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी की छवि पर दाग़ लगाने का काम कर रही है। अवैध रूप से जारी निर्माण के बारे में अवर अभियंता से पूछने पर उनके द्वारा जवाब दिया जाता है कि किसी निर्माण के बारे में मुझे मत बताया कीजिये। जबकि लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी का सीधा आदेश है कि यदि किसी भी इलाके में अवैध निर्माण पाया गया तो उसकी जवाब देही स्थानीय अवर अभियंता की होगी। अब बड़ा सवाल यह है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण में किसको बड़ा माना जाए प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को या फिर अवर अभियंता व सहायक अभियंता को जो कि नियम कानून को ताक़ पर रखकर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण करवा रहे है।

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