लखनऊ विकास प्राधिकरण गोमती नगर में अयप्पा मंदिर के पास 8 एकड़ में विकसित करेगा नक्षत्र एवं पंचवाटिका
सभी 12 राशि नक्षत्रों के प्रतीक स्वरूप वृक्षों की लगायी जाएगी बाग देश के सभी प्रदेशों के राज्य वृक्ष भी लगाये जाएंगे
पार्क में वॉटर बॉडी, रेस्ट रूम, फूड कोर्ट, लाइब्रेरी, पार्किंग, पाथ-वे टायलेट आदि भी बनेंगे, 1.67 करोड़ रूपये होगा खर्च
रिपोर्ट by – wahab uddin siddiqui
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण शहर में पहली बार ऐसा पार्क विकसित करने जा रहा है जिसका हर एक कोना वास्तु शास्त्र के आधार पर डिजाइन किया गया है। इस पार्क में एक तरफ जहां नक्षत्र एवं पंचवाटिका तैयार की जाएगी। वहीं दूसरी तरफ औषधीय पौधों के साथ देश के सभी प्रदेशों के राज्य वृक्ष लगाये जाएंगे एलडीए ने इस पार्क के निर्माण के लिए शनिवार को टेंडर भी जारी कर दिया है। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि यह पार्क गोमती नगर के विनीत खण्ड में अयप्पा मंदिर के पास स्थित ग्रीन बेल्ट की लगभग 8 एकड जमीन पर विकसित किया जाएगा। इसमें खास बात यह है कि पार्क में किये जाने वाले समस्त प्रकार के विकास एवं सौंदर्यीकरण के कार्यों की डिजाइन व डाइमेंशन वास्तु के आधार पर तैयार कराये गये हैं। पार्क में सभी 12 राशि नक्षत्रों के प्रतीक स्वरूप अलग-अलग प्रजातियों के पौधे लगाकर नक्षत्र वाटिका तैयार करायी जाएगी। साथ ही बरगद, पीपल, सीता अशोक, आंवला व बेल के वृक्ष लगाकर पंचवाटिका को स्वरूप दिया जाएगा। पार्क के एक बड़े हिस्से में देश के सभी प्रदेशों के राज्य वृक्ष लगाकर सुंदर बाग तैयार करायी जाएगी। इसके अलावा क्लस्टर बनाकर औषधीय पौधे भी लगाये जाएंगे। लोग आसानी से पूरे पार्क का भ्रमण कर सकें इसके लिए तीन एवं पांच मीटर चौड़ाई में पाथ-वे बनाया जाएगा।
पार्क में बनेगा अमृत कुण्ड
उपाध्यक्ष ने बताया कि पार्क में वॉटर बॉडी (अमृत कुण्ड) का भी निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए पार्क के उत्तरी क्षेत्र के ढालान वाले हिस्से का चुनाव किया गया है, जिससे कि सभी मौसम में कुण्ड का जल स्तर अनुकूल बना रहेगा। इसके अलावा पार्क में लाइब्रेरी, फूड कोर्ट, रेस्ट हॉल, किचन, स्टोर, टायलेट ब्लॉक व पार्किंग आदि का निर्माण कराया जाएगा। ये समस्त विकास व सौंदर्यीकरण के कार्य लगभग 1.67 करोड़ रूपये की लागत से कराये जाएंगे, जिसके लिए निविदा आमंत्रित कर दी गयी है। निविदा खुलते ही विकास कार्य शुरू करा दिया जाएगा और जल्द ही शहरवासी इस अनूठे पार्क का आनंद उठा सकेंगे।
इन पेड़ों से गुलजार होगी नक्षत्र वाटिका
उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी ने नक्षत्र वाटिका के बारे में उदाहरण देते हुए बताया कि मेष राशि के तीन नक्षत्र अश्विनी, भरणी एवं कृतिका हैं। इसमें अश्विनी के लिए कुचीला, भरणी के लिए आंवला तथा कृतिका नक्षत्र के प्रतीक स्वरूप गूलर का पौधा लगाया जाएगा। इस तरह से नक्षत्र वाटिका में जामुन, खैर, शीशम, बांस, पीपल, नागकेश्वर, वट, पलाश, पाकड़, रीठा, बेल, अर्जुन, मैलश्री, चीड़, मदार, शमी, कदम, आम, नीम व महुआ आदि प्रजाति के पौधे लगाकर पेड़ तैयार किये जाएंगे।