लखनऊ। लखनऊ व्यापार मंडल एवं लखनऊ सर्राफ़ा एसोसिएशन के तत्वाधान में होटल क्लार्क अवध में शत्रुघ्न सम्मान समारोह आयोजित किया गया। अमरनाथ मिश्र ने बताया कि इस सम्मान समारोह में पुलिस आयुक्त ध्रुव कांत ठाकुर एवं जेसीपी नवीन अरोड़ा, जेसीपी नीलाभ चौधरी, डीसीपी देवेश पांडे, एडीसीपी राजेश श्रीवास्तव व अन्य पुलिसकर्मियों का शत्रुघ्न सम्मान पत्र वीर हनुमान के साथ अंगवस्त्र देकर किया गया। जिसमें यह सम्मान लखनऊ व्यापार मंडल एवं लखनऊ सर्राफ़ा एसोसिएशन की तरफ़ से दिया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महेश जैन ने कहा कि लखनऊ पुलिस के द्वारा जुगलकिशोर सर्राफ़ा अमीनाबाद के यहाँ हुई चोरी की घटना का ख़ुलासा महज 36 घंटे में किया। जिसके लिए वह लखनऊ पुलिस की प्रशंसा करते है। आज तक कोई भी घटना में शतप्रतिशत बरामद की नहीं हुई है लेकिन लखनऊ पुलिस ने जो कार्य किया है उसकी तुलना नहीं की जा सकती। अमरनाथ मिश्र ने कहा कि अनुभव बताता है की जब जब घटना होने के बाद हम उसमें जाम इत्यादि न करके पुलिस को समय देते हैं तो घटनाएँ अवश्य खुलती है। इसमें अनुभव भी रहा है कि जब जब हमने पुलिस को समय दिया है तो घटना का ख़ुलासा हुआ है। मगर जब जनता आक्रोशित होकर धरने पर बैठ जाती है तो पुलिस का सारा ध्यान उधर चला जाता है और अपराधी को भागने का मौक़ा भी मिल जाता है। इसलिए घटना होने के बाद पुलिस को समय मिलना चाहिए। शत्रुघ्न सम्मान लखनऊ व्यापार मंडल की परंपरा है। यह समाज के शत्रुओं का दमन करने वाली नागरिक पुलिस को प्रत्येक वर्ष उत्कृष्ट कार्यों के लिए किया दिया जाता है। इसी के प्रतीक रूप में राम राम मंदिर की प्रतिकृति धनुष वाण एवं सम्मान पत्र पुलिसकर्मियों को सौंपा गया। जिसमें 51 पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया गया।